पुरुलिया में ममता दीदी पर बरसे पीएम मोदी, ‘दीदी बोले खेला होबे, भाजपा बोले विकास होबे’

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पुरुलिया में मोदी

कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पश्चिम बंगाल के पुरुलिया में एक जनसभा को संबोधित कर रहे हैं। इस दौरान मंच पर पूर्व टीएमसी नेता और भाजपा में शामिल हुए सुवेंदु अधिकारी के पिता भी मौजूद हैं।

इस दौरान पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि टीएमसी सरकार सिर्फ अपने खेल में लगी है। इन लोगों ने पुरुलिया को जल संकट दिया। इन लोगों ने पुरुलिया को पालयन दिया। इन लोगों ने पुरुलिया के गरीबों को भेदभाव भरा शासन दिया। इन लोगों ने पुरुलिया की पहचान देश के सबसे पिछड़े क्षेत्र के रूप में बनाई है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज पुरुलिया में पानी का संकट बहुत बड़ी समस्या है। यहां के किसानों, आदिवासी-वनवासी भाई-बहनों को इतना पानी भी नहीं मिलता कि वो सही से खेती कर सकें। यहां की महिलाओं को पीने के पानी की व्यवस्था के लिए बहुत दूर जाना होता है।

प्रधानमंत्री मोदी ने पुरुलिया में रैली को संबोधित करते हुए रामायण के एक किस्से का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि ये धरती भगवान राम और मां सीता के वनवास की भी साक्षी रही है। यहां अजुध्या पर्वत है, सीता कुंड है और अजुध्या नाम से ग्राम पंचायत है। कहते हैं कि जब मां सीता को प्यास लगी थी, तो राम जी ने जमीन पर बाण मारकर पानी की धारा निकाल दी थी। आज की विडंबना देखिए कि इसी पुरुलिया में पानी का संकट है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘दीदी, दीदी, दीदी, आज पुरुलिया के लोगों का दीदी को संदेश साफ है। मेरा साथ बोलिये- चूड़ी खेला, चूड़ी खेला, चूड़ी खेला, साथियों, आपकी ये गर्जना बताती है कि दीदी सरकार जाने का काउन डाउन शुरु हो चुका है।’

उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि अब बंगाल से भ्रष्टाचार के जाने का समय आ गया है। क्या हालत बना दिया है बंगाल का। साथियों आज मुझे वो परिवार आशिर्वाद देने आया है, जिन्होंने दीदी की अत्याचार को सहा है। ये पुरुलिया के वो परिवार हैं जिनके परिवार को फांसी पर लटका दिया गया। खुलेआम धमकी दी गई कि बीजेपी का साथ दोगे तो यही होगा।

पीएम मोदी ने कहा कि अभी रात ही 24 परगना में बमबाजी हुई। बीजेपी कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया गया। ये स्थिति ठीक नहीं है। बंगाल में सबकुछ रहते हुए कार्रवाई नहीं होती। लेकिन भाजपा का सरकार बनने के बाद एक-एक को सजा मिलेगी।

बता दें कि पश्चिम बंगाल में 8 चरणों में विधानसभा चुनाव के तहत वोटिंग होनी है। 2 मई को चुनाव परिणामों की गिनती होगी। इसके बाद फैसला होगा कि जनता ने इस बार किसको मौका दिया है पश्चिम बंगाल में।