म्यांमार में हालात बदतर, शिक्षकों – छात्रों का दमन जारी, प्रेस की आजादी खतरे में

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म्यांमार सैन्य शासन
Image: Reuters/Stringer

यंगून। म्यांमार में लोकतांत्रिक सरकार को अपदस्थ करने के बाद से सैन्य शासन का दमन जारी है। विरोध-प्रदर्शन करने वालों पर गोलियां बरसाने व हत्या के बाद म्यांमार के सैनिक लोकतांत्रिक आंदोलन को कुचलने के लिए अब शिक्षकों और छात्रों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है।

सैनिक शासन का विरोध कर रहे हड़ताल पर गए विश्वविद्यालय के 11 हजार से ज्यादा शैक्षणिक एवं अन्य कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है। म्यांमार में प्रेस की स्वतंत्रता भी खतरे में है। तीन वरिष्ठ पत्रकारों को उत्तरी थाइलैंड में गिरफ्तार किया गया है। सैनिक सरकार ने उनकी न्यूज एजेंसी का संचालन रोकने का आदेश दिया था।

थाइलैंड में गिरफ्तार तीनों पत्रकार डेमोक्रेटिक वायस आफ बर्मा के लिए काम करते थे। रविवार को पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार किया। तीनों पर गैरकानूनी रूप से थाइलैंड में प्रवेश करने का आरोप लगाया गया है।

कोरोना वायरस महामारी के कारण एक वर्ष तक बंद रहने के बाद विश्वविद्यालयों के खुलते ही निलंबन की कार्रवाई की गई है। छात्रों और कर्मचारियों ने एक फरवरी को हुए सैन्य तख्तापलट के विरोध में बहिष्कार का आह्वान किया था। विश्वविद्यालय की एक लेक्चरर ने कहा कि एक ऐसी नौकरी जिससे मुझे बहुत लगाव था, उसके जाने से बहुत परेशानी अनुभव कर रही हूं, लेकिन गर्व है कि अन्याय के खिलाफ खड़ी हूं।