नई दिल्ली। भारत बायोटेक और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) की ओर से विकसित किए गए कोरोना टीके के तीसरे चरण के ट्रायल के नतीजे सामने आ गए हैं। भारत बायोटेक ने कहा कि तीसरे चरण में यह टीका 81 फीसदी प्रभावी पाया गया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि इस ट्रायल में 25,800 लोगों को टीका लगाया गया था, जोकि देश में अबतक का सबसे बड़ा ट्रायल है। बता दें कि सरकार पहले ही इस टीके को आपातकालीन मंजूरी दे चुकी है और पीएण मोदी ने भी दूसरे फेज में इस डोज लिया है।
भारत बायोटेक के चेयरमैन और एमडी डॉ. कृष्णा इल्ला ने कहा, ”यह वैक्सीन विकास, विज्ञान और कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में में यह अहम दिन है। फेज 3 के आज के रिजल्ट के साथ हमने कोविड-19 वैक्सीन के फेज 1, 2 और 3 के आंकड़े जारी कर दिए हैं, जिनमें करीब 27000 प्रतिभागी थे।”
भारत सरकार ने एस्ट्राजेनेका और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की ओर से तैयार किए गए कोविशील्ड और कोवैक्सीन को सबसे पहले आपातकालीन मंजूरी दी थी।कोविड-19 का राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान 16 जनवरी से स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाने के साथ शुरू हुआ था। जिन लोगों को पहली खुराक लगवाए 28 दिन हो चुके हैं, उन्हें 13 फरवरी से दूसरी खुराक लगानी शुरू कर दी गई थी। वहीं, अग्रिम मोर्चे के कर्मियों का टीकाकरण दो फरवरी से शुरू हुआ था।
इसके बाद, एक मार्च से 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों और गंभीर बीमारियों से ग्रस्त 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों का टीकाकरण शुरू हो गया।