राजस्थान में पाकिस्तान से लगती सीमा से महज 40 किलोमीटर की दूरी पर राष्ट्रीय राजमार्ग 225 पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने हरक्यूलिस विमान से उतरकर इतिहास रच दिया।
केंद्रीय मंत्री के साथ भारतीय वायुसेना चीफ आरकेएस भदौरिया भी शामिल थे।इस राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण NHAI ने किया है। इसके तहत बाकासर गांव के समीप 39.95 करोड़ रूपये की लागत से एयर स्ट्राइक बनाई गई है।
यह हवाई पट्टी विमान के आपात लैंडिंग के लिए बनाई गई है। इस हाईवे पर आज सुखोई और जगुआर विमानों ने टच डाउन किया। एक सुखोई विमान को हवाई पट्टी पर पार्क भी किया गया।
इस मौके पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने तालियां बजाकर खुशी जाहिर की। यह पहला मौका था, जब देश में हरक्यूलिस, सुखोई जैसे विमान हाईवे पर गरजे। यह हवाई पट्टी रणनीतिक लिहाज से बेहद अहम माना जा रहा है। पाकिस्तान से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर स्थित इस हवाई पट्टी से सैन्य ऑपरेशन चलाने में मदद मिल सकेगी।
इस मौके पर नितिन गडकरी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हम देश कई और जगहों पर इस तरह की हवाई पट्टी बनाने वाले हैं। उन्होंने कहा कि अभी दिल्ली से आते हुए वायुसेना चीफ ने कहा कि हमें सैन्य हवाई पट्टी में डेढ़ साल तक का वक्त लगता है। इस पर मैंने कहा कि हम आपके लिए सिर्फ 15 दिनों में ऐसा काम कर सकते हैं।
आपदा में मदद होगा आसान – राजनाथ सिंह
इस मौके पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा सेना की ऑपरेशनल क्षमता को बढ़ाने के लिए देश में कई स्थानों पर इस प्रकार की इमर्जेंसी लैंडिंग फील्ड का निर्माण किया जा रहा है। इससे प्राकृतिक आपदा की घड़ी में जनता को जल्द से जल्द राहत पहुंचाने में भी मदद मिलेगी।