कोरोना के खिलाफ लड़ाई में हमें आयुर्वेद को अपनाना चाहिए : निशंक

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डॉ रमेश पोखरियाल निशंक

नई दिल्ली। केंद्रीय शिक्षा मंत्री एवं हरिद्वार से लोकसभा सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने शनिवार को कहा कि भारत में निर्मित कोवैक्सीन एवं कोविशील्ड को कोविड-19 से लड़ने में सबसे कारगर बताया गया है। इसके साथ ही रोग निवारण एवं रोग प्रतिरोधक क्षमता हासिल करने के लिए हमें अपने आयुर्वेद को भी अपनाना चाहिए जिसका लोहा पूरे विश्व ने माना है।

निशंक ने योग गुरु बाबा रामदेव की पतंजलि योगपीठ द्वारा हरिद्वार में 2,500 कोरोना पीड़ितों को मुफ्त में कोरोनिल किट वितरित करने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि ये किट उन मरीजों को दी गई है जो घर पर रहकर अपना इलाज करवा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि सभी मरीजों को उपचार के साथ कोरोनिल किट में दी गई आयुर्वेदिक औषधियों का सेवन करने की सलाह दी गई है, ताकि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़े। उल्लेखनीय है कि योग गुरु बाबा रामदेव ने पिछले वर्ष जून में कोरोनिल किट लांच की थी और बताया था कि इसके सेवन से लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। इससे कोरोना जैसी महामारी से लड़ने में मदद मिलेगी।

निशंक ने कहा, “देश के डॉक्टर, वैज्ञानिक एवं दवाई बनाने वाली सभी कंपनियां अपनी-अपनी तरह से इस महामारी से लड़ने का प्रयास कर रही हैं। जहां एक तरफ डॉक्टर लगातार मरीजों की देखरेख एवं सेवा कर रहे हैं, वहीं वैज्ञानिकों एवं दवा बनाने वाली कंपनियों ने बेहद कम समय में वैक्सीन बनाकर बड़ी राहत प्रदान की है।