अफगानिस्तान में पैदा हुए संकट पर बातचीत के लिए केंद्र सरकार ने 26 अगस्त को एक सर्वदलीय बैठक बुलाई है। बैठक में अफगानिस्तान में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए सरकार की ओर से किए गए प्रयासों की जानकारी विपक्षी दलों को दी जाएगी, ऐसी संभावना है।
साथ ही अफगानिस्तान में तालिबान राज के बाद भारत सरकार क्या कूटनीतिक कदम उठा रही है, इसपर भी चर्चा होने की संभावना है। इससे पहले प्रधानमंत्री ने विदेश मंत्रालय से कहा था कि वह अफगानिस्तान के घटनाक्रम की जानकारी संसद में राजनीतिक दलों के नेताओं को दें।
बता दें कि बीते कुछ सप्ताह में तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया है। राजधानी काबुल के साथ-साथ लगभग 95 फीसदी इलाकों पर तालिबान का कब्जा हो चुका है। कब्जे के बाद राष्ट्रपति अशरफ गनी ने देश छोड़ दिया था।
कब्जे के बाद बड़ी संख्या में भारतीय काबुल सहित अफगानिस्तान के अलग-अलग इलाकों में फंस गए थे, जिन्हें निकालने के लिए एयरफोर्स को सक्रिय किया गया था। अब तक भारत सरकार ने 730 लोगों को अफगानिस्तान से बाहर निकाला है। इनमें राजनयिकों के अलावा बड़ी संख्या में हिंदू और सिख समुदाय के लोग भी शामिल हैं।
रविवार को भी भारतीय वायुसेना से विमान से 107 लोगों को स्वदेश लाया गया था। सोमवार को वायुसेना के 4 अलग-अलग विमानों से 146 लोगों को भारत लाया गया था। इसमें बड़ी संख्या में अफगान नागरिक भी हैं। अमेरिकी सेना ने पहले उन्हें दोहा पहुंचाया गया था और फिर वहां से भारत लाया गया।



















