रक्षामंत्री गुरुवार को संसद में कुन्नूर में हुए हेलीकॉप्टर हादसे पर जानकारी है। इस हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत समेत कुल 13 अधिकारियों का निधन हो गया है। इसमें सीडीएस रावत की पत्नी भी शामिल हैं। इस हादसे में केवल ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ही बचे हैं, जिनका इलाज चल रहा है। वायुसेना ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं।
संसद को इस हादसे की जानकारी देते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि सीडीसी जनरल बिपिन रावत बुधवार को कुन्नूर के आर्मी सर्विस कालेज में संबोधन के लिए जा रहे थे। 11:48 पर इस हेलीकाप्टर ने सुलूर एयरबेस से उड़ान भरी थी। 12:15 बजे इस हेलीकाप्टर को लैंड करना था।
उड़ान के कुछ देर बाद करीब दोपहर 12:08 बजे ही उनके हेलीकाप्टर का संपर्क एटीसी से टूट गया। बाद में स्थानीय लोगों ने जंगल में आग लगा देखा। वहां पहुंचने पर उन्हें हेलीकॉप्टर का पता चला। हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने वहां पर राहत कार्य चलाया गया। वहां पर रेस्क्यू आपरेशन चलाया गया।
वहां से जितने भी लोगों को निकाला गया उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया। इस हादसे में बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को लाइफ सपोर्ट पर रखा गया है। उनको बचाने की पूरी कोशिश की जा रही है। राजनाथ ने कहा कि देश उनको कभी नहीं भूलेगा।
Statement in Rajya Sabha. pic.twitter.com/KjtaQcDzNO
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) December 9, 2021
रक्षामंत्री ने बताया कि हादसे के तुरंत बाद वरिष्ठ अधिकारियों को हादसे की जगह पर भेज दिया गया था। इस मामले में वायु सेना के एयर मार्शल रैंक के अधिकारी के नेतृत्व में जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं।
राजनाथ ने बताया कि हादसे में मारे गए सभी लोगों का पार्थिव शरीर आज विशेष विमान से दिल्ली लाया जाएगा और कल सभी का अंतिम संस्कार पूरे सैन्य सम्मान के साथ किया जाएगा। ये बयान देते समय रक्षा मंत्री का गला भर आया था। इस बयान के बाद लोकसभा में दो मिनट का मौन भी रखा गया।
बता दें कि सीडीएस जनरल बिपिन रावत समेत कुल 13 लोगों का निधन बुधवार को कुन्नूर में हेलीकाप्टर क्रैश में हो गया था। उनके साथ उनकी पत्नी भी थीं। करीब 12.20 बजे यह हादसा हुआ।