संसद का मानसून सत्र का दूसरा दिन भी हंगामे से भरा रहा। विपक्षी दलों द्वारा हंगामा किए जाने के बाद लोकसभा की कार्यवाही को दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दिया गया है। विपक्ष पेगासस जासूसी प्रकरण के साथ कृषि कानून विरोधी आंदोलन और महंगाई के मुद्दों पर विपक्ष सरकार से जवाब चाहती है।
कई विपक्षी सांसदों ने सदन में स्थगन प्रस्ताव दिया। इससे पहले सोमवार को भी संसद सत्र का शुरुआत हंगामे के साथ हुई थी। हंगामा होने की वजह से संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा था।
पेगासस फोन हैकिंग मामले को लेकर विपक्ष सत्र के पहले दिन से हमलावर हैं। कांग्रेस ने इसे मामले में संयुक्त संसदीय समिति की मांग की है। इस पर सरकार ने रिपोर्ट को साजिश करार दिया है।
मंगलवार शुबह संसद की कार्यवाही शुरु होने के बाद कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, ‘पहले डिस्कसन उसके बाद प्रेजेंटेशन। यदि वे चर्चा नहीं चाहते और सभी सांसदों को प्रेजेंटेशन देना है तो सेंट्रल हाल में दें। यदि कोविड की वजह से आप एक जगह नहीं बैठा सकते तो 2 दिन कर सकते हैं या सुबह शाम एक दिन में भी कर सकते हैं।’
राज्यसभा में कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल और CPI(M) नेता एलामरम करीम ने नियम 267 के तहत कार्यवाही स्थगन का नोटिस दिया और पेगासस स्पाइवेयर का इस्तेमाल कर विपक्षी नेताओं के द्वारा जासूसी प्रकरण पर चर्चा का प्रस्ताव रखा।