जब शरीर स्वस्थ होता है, तो उंगलियों के नाखून भी स्वस्थ नजर आते हैं। लेकिन, उम्र बढ़ने और शारीरिक समस्याओं के कारण उंगलियों के नाखूनों का रंग, टेक्सचर व स्वास्थ्य बदलने लगता है। नाखून के रंग से किसी के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
नाखूनों पर दिखने वाले ये निशान कुछ गंभीर शारीरिक समस्याओं की तरफ इशारा करते हैं, जिन्हें कभी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। अगर आपके नाखूनों पर भी ऐसे निशान हैं तो चिंता की बात है।
कैंसर का खतरा
आमतौर पर स्किन कैंसर हमेशा धूप के संपर्क में आने वाली जगहों- हाथ, पैर या पीठ पर होता है। ये आपकी हथेलियों, तलवों या फिर नाखूनों पर भी दिखाई दे सकता है। ऑन्कोलॉजिस्ट के अनुसार, ये नाखूनों के नीचे या उसके आसपास गांठ या फिर पिगमेंटेड बैंड के रूप में दिखता है। अगर आपको नाखूनों पर ऐसे ही निशान नजर आ रहे हैं, तो आपको तुरंत ही इसका इलाज कराना चाहिए।
अल्ट्रा वायलेट रेडिएशन है मेलेनोमा की वजह
कैंसर रिसर्च यूके के अनुसार, ज्यादातर केसों में मेलेनोमी की वजह अल्ट्रावायलेट रेडिएशन ही मिली है। इसके लिए आर्टिफिशिश्यल लाइट सोर्स जैसे सनबैंड, टैनिंग सेटअप आदि जिम्मेदार हो सकते हैं। लेकिन भारत में यूवी रेडिएशन की अच्छी मात्रा लोगों के त्वचा के संपर्क में आती है। इंडियन जर्नल ऑफ डर्मेटोलॉजी के अनुसार, हालांकि भारतीय आबादी में दुर्लभ होने के कारण शायद ही इसके मामले कभी सामने आए हों।
कैसे खुद करें जांच
मेलेनोमा के लिए नाखूनों की जांच करते समय यहां बताए गए संकेतों और परिवर्तनों को देखना चाहिए। अगर आपके पैर की उंगलियों से नाखून उठने लगा है, नाखून दो हिस्सों में टूट गया है, नाखून के पास गहरे पीले रंग की त्वचा और नाखून के नीचे गांठ बनना। इनमें से अगर आपको किसी तरह के परिवर्तन नजर आएं तो बिना देरी डॉक्टर से संपर्क करें।