मोदी सरकार ने गांव में रहने वाले युवाओं के लिए खास स्कीम की शुरुआत की है। स्कीम है मृदा स्वास्थ्य प्रबन्धन योजना (Soil Health Card Scheme)। इस योजना का लाभ युवा किसानों को मिलेगा जिनकी उम्र 18 साल से ज्यादा और 40 साल से कम है। युवा किसान इस योजना के तहत गांव में मृदा परीक्षण प्रयोगशाला की स्थापना कर सकते हैं।
इस योजना के तहत युवा किसानों को ग्रामीण स्तर पर एक मिनी मृदा परीक्षण प्रयोगशाला की स्थापना करने के लिए 3 .75 लाख रुपए मोदी सरकार दे रही है।
जानिए योजना के बारे में
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस योजना की शुरूआत 19 फरवरी, 2015 को राजस्थान के सूरतगढ़ में की थी। योजना का उद्देश्य प्रत्येक दो वर्ष में किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड जारी करना है ताकि मिट्टी में पोषक तत्वों की कमी दूर करने के उपाय किये जा सकें।
मोदी सरकार की यह योजना किसानों के बीच लोकप्रिय है और यह किसानों तक पहुंच रखने वाली देश की सबसे बड़ी योजना है। इस योजना के तहत 2015 से 2017 के दौरान 10. 74 करोड़ किसानों को सॉयल कार्ड जारी किए गए थे। दूसरे चक्र 2017- 2019 तक करीब पौने बारह करोड़ किसानों को यह कार्ड दिया जा चुका है।
कैसे करें शुरू
अगर स्वयं सहायता समूह, कृषक सहकारी समितियां, कृषक समूह या कृषक उत्पादक संगठन इस प्रयोगशाला को स्थापित करता है तो उनको भी यह सहायता मिलेगी।
मृदा जांच प्रयोगशाला को दो तरीके से खोला जा सकता है। पहले तरीके में प्रयोगशाला एक दुकान किराये पर लेकर खोली जा सकती है। दूसरी प्रयोगशाला इससे भी छोटी होती है और उसे कहीं भी खेतों पर ले जाया जा सकता है। उसे MOBILE SOIL TESTING VAN कहते हैं।