तहक़ीकात इंडिया। क्या रमजान के दौरान कोरोना वायरस का टीका लगवाना चाहिए? क्या इससे रोजा टूट जाएगा? इस वक़्त जब दुनियाभर में कोरोना वायरस के खात्मे को लेकर टीकाकरण अभियान तेजी से चल रहा है, उस बीच मुसलमानों के मन में पैदा होने वाले उन शंकाओं को दूर कर दिया गया है।
सऊदी अरब के मुफ़्ती शेख़ अब्दुल अजीज़ अल-अशेख़ ने कहा है कि कोरोना वायरस के वैक्सीन से रोजा रखने वाले व्यक्ति का रोजा नहीं टूटेगा क्योंकि ये कोई खाना या ड्रिंक नहीं है।
बता दें कि अगले महीने (अप्रैल 2021) 12 या 13 तारीख़ से रमजान का महीना शुरू हो रहा है। ये इस बात पर निर्भर करेगा कि चांद किस दिन दिखाई देता है। इसके शुरू होने के साथ ही मुसलमानों में रोजा रखा जाता है और इसमें दिन पर पानी तक नहीं पिया जाता है। ऐसे में टीका लगवाने को लेकर मुसलमानों में असमंजस की स्थिति बनी हुई थी। मगर, अब सऊदी अरब के मुफ़्ती के ऐलान के बाद से स्वाभाविक तौर पर मुसलमानों को बड़ी राहत मिली है।
डाॅक्टरों के अनुसार जब कोई व्यक्ति उपवास में होता है तो उसका इम्यून सिस्टम का रिस्पांस खाना खाए हुए व्यक्ति से दोगुना होता है। इस लिहाज से देखा जाए तो रोजे के दौरान टीका लगवाने के लाभ ज़्यादा हैं।
रही बात मुसलमानों के रोजा टूटने की तो कहा गया है कि इस दौरान महज़ मुंह या नाक के रास्ते खाने-पीने या दवा लेने से ये प्रभावी होता है। कोरोना वैक्सीन चूंकि शरीर के दूसरे हिस्से के माध्यम में दिया जाता है, इसलिए इसके लगवाने से रोजा टूटने जैसी कोई बात नहीं है।