राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार ने प्राइवेट स्कूल में पढ़ रही दो बहनों में से एक की फीस माफ करने की योजना तैयार की है। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने शनिवार को लोक भवन में प्रदेश के 1,51,215 मेधावी छात्र-छात्राओं को 177.35 करोड़ रुपए की छात्रवृति का ऑनलाइन हस्तांतरण किया।
लोक भवन में कार्यक्रम के दौरान में सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में सरकार मेधावी छात्र-छात्राओं को हर स्तर पर सहयोग कर रही है। सरकारी स्कूलों में तो उनका लगभग नि:शुल्क पठन-पाठन का काम हो रहा है। अब हम एक और कदम आगे बढ़ रहे हैं।
योगी ने कहा कि बालिका शिक्षा पर हमने बड़ी योजना तैयार कर ली है। निजी स्कूल में अगर एक ही घर से दो बहने पढ़ती हैं तो अभिभावक स्कूल में एक की फीस माफ करने की अपील करें। उनकी अपील पर भी अगर निजी स्कूल ऐसा नहीं करते तो शिक्षा विभाग फीस भरने की व्यवस्था करेगा।
उन्होंने कहा कि कोरोना काल में बहुत से परिवारों की वित्तीय स्थिति ठीक नहीं है। लोग स्कूलों की फीस भरने में असमर्थ हैं। इससे उनको मदद मिलेगी। केंद्र सरकार के साथ उत्तर प्रदेश सरकार भी किसी को किसी भी प्रकार की सुविधा से वंचित नहीं रहने देगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट किया कि अगर किसी भी परिवार को दो बच्चियां एक ही स्कूल में पढ़ रही है तो निजी स्कूल एक की फीस माफ करे। यह विद्यालय स्तर से हो अथवा शासन स्तर से ट्यूशन फीस विद्यालयों को प्रदान किया जाए। उन्होंने कहा कि बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकारी विद्यालयों में स्नातक तक की शिक्षा निशुल्क पहले से ही दी जा रही है।