राजस्थान बच्चियों के लिए सुरक्षित नहीं, राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो की रिपोर्ट तो यही कहती है

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राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ अपराध

वैसे तो देश के कई राज्यों में महिलाओं और बच्चियों के लिए स्थिति अच्छी नहीं है लेकिन राजस्थान में हालात और बुरे हैं। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो यानी एनसीआरबी के आंकड़ों पर गौर करें तो यही तस्वीर सामने आती है।

रिपोर्ट में राजस्थान को महिलाओं और बच्चियों के लिए सर्वाधिक असुरक्षित माना गया है। वर्ष 2020 में देश में दुष्कर्म के सबसे अधिक मामले राजस्थान में दर्ज किए गए हैं। राज्य में 1,279 नाबालिगों का दुष्कर्म का शिकार होना स्थिति की भयावहता को दर्शाता है।

दुष्कर्म के आंकड़ों को देखा जाए तो यही लगता है कि राजस्थान महिलाओं और बच्चियों के लिए सुरक्षित नहीं है। यहां पर वर्ष 2020 की तुलना में वर्ष 2021 में दुष्कर्म के मामलों में 25.07 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। यह रिपोर्ट है राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो का।

एनसीआरबी ने राजस्थान में महिलाओं की स्थिति को लेकर चिंता जताई है, क्योंकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा महिलाओं की सुरक्षा और उनके हित में लिए गए कई निर्णय कारगर होते नहीं दिख रहे हैं।

बता दें कि अप्रैल 2021 में गहलोत सरकार ने महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए प्रदेश की नई महिला नीति के प्रारूप को मंजूरी दी थी। इसके तहत प्रदेश में आधी आबादी को सुरक्षित एवं सशक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया। इसमें महत्वपूर्ण बिंदुओं जैसे जन्म, सुरक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा, प्रशिक्षण, आजीविका, संपत्ति के स्वामित्व राजनीतिक और सामाजिक अधिकारिता आदि को शामिल किया गया।