अमेरिका और चीन के तनाव के मध्य अमेरिकी नौसेना दुनिया के सबसे आधुनिक एयरक्राफ्ट करियर यूएसएस गोल्ड के पास तीसरी बार बड़ा विस्फोट किया है। धमाका इतना जबरदस्त था कि समुद्र के आस-पास का इलाका हिल गया। धमाके के बाद समुद्र में भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर पैमाने पर 3.9 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया।
40000 पाउंड का था विस्फोटक
इस दौरान एयरक्राफ्ट कैरियर से कुछ सौ मीटर की दूरी पर 40000 पाउंड (18000 किलोग्राम) के बम का विस्फोट करवाया गया। अमेरिकी नौसेना ने बताया कि उसका तीसरा विस्फोट फ्लोरिडा के पास सेंट ऑगस्टीन बीच के पास किया गया। विस्फोट के कारण जहाज पर कोई हताहत नहीं हुआ और मामूली मेंटीनेंस के बाद शॉक से पैदा हुई परेशानियों को दूर किया जा सकता है।
दैनिक जागरण की रिपोर्ट के अनुसार, प्रो हर्ष पंत का कहना है कि यह विस्फोट अमेरिका के समुद्री जंग की तैयारी का एक प्रस्तुतिकरण है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से दक्षिण चीन सागर और हिंद प्रशांत क्षेत्र में चीन अपने प्रभुत्व का प्रयास कर रहा है। काला सागर में रूस से चुनौती मिल रही है। ऐसे में अमेरिका का यह कदम प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष चीन और रूस के समक्ष अपनी नौसेना की शक्ति का प्रदर्शन है।
उन्होंने कहा कि अमेरिका इस तरह के परीक्षण करके चीन और रूस पर समान रूप से दबाव बना रहा है। अमेरिकी नौसेना के इस शक्ति प्रदर्शन से यह साफ हो गया है कि यदि उसके समुद्री हितों में कहीं भी कोई रोड़ा बनता है तो उसे अमेरिका के इन बड़े विस्फोटों से गुजरना होगा।