जलियांवाला बाग उद्घाटन से पहले विरोध, किसानों ने बंद किए रास्ते, चेतावनी – किसी भाजपाई को नहीं आने देंगे

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जलियांवाला बाग

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम अमृतसर स्थित जलियांवाला बाग के नए स्वरूप का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उद्घाटन करेंगे। हालांकि इससे पहले ही पंजाब में इसका विरोध शुरू हो गया है। कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान शनिवार को जलियांवाला बाग से कुछ ही दूरी पर जमा हो गए और बाग की तरफ जाने वाले रास्ते को बंद कर दिया।

किसानों की चेतावनी है कि आज होने वाले उद्घाटन समारोह में किसी भाजपा नेता को नहीं आने देंगे। किसानों के विरोध प्रदर्शन का पता चलते ही पुलिस बल मौके पर पहुंचा और किसानों को समझाने की कोशिश की। सुरक्षा के मद्देनजर जलियांवाला बाग के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।

प्रदर्शन को देखते हुए राज्यसभा सदस्य और पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्वेत मलिक पहले उद्घाटन समारोह में शामिल होने जलियांवाला बाग आने वाले थे, लेकिन किसानों के विरोध-प्रदर्शन के बाद उन्होंने अपना कार्यक्रम बदल लिया है। मलिक का कहना है कि वो अब घर से ही वर्चुअली उद्घाटन समारोह से जुड़ेंगे।

उद्घाटन के बाद लाइट एंड साउंड प्रोग्राम होगा। इसमें जलियांवाला बाग कांड के दृश्य को हिंदी, अंग्रेजी और पंजाबी में दिखाया जाएगा। उद्घाटन के बाद यह ऐतिहासिक स्थल जनता के लिए खोल दिया जाएगा।

जलियांवाला बाग के नरसंहार और शहीदों को समर्पित तीन गैलरियों का निर्माण किया गया है। इस गैलरी में शहीदों से संबंधित दस्तावेज रखे गए हैं। शहीदों की वीरता के किस्से भी देखेंगे। एक गैलरी बुलेट मार्क लगी गैलरी के साथ बनाई गई है। जहां इस नरसंहार के बाद ब्रिटिश राज में क्या-क्या हुआ और डायर को अंग्रेजों ने कैसे बचाया आदि ब्रिटिश राज के क्रूर कामों के बारे में बताया गया है।

उद्घाटन कार्यक्रम में केंद्रीय संस्‍कृति मंत्री किशन रेड्डी, केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी, संस्कृति राज्य मंत्री, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल और मुख्यमंत्री, सभी लोकसभा व राज्यसभा सांसद और जलियांवाला बाग नेशनल मेमोरियल ट्रस्ट के सदस्य उपस्थित रहेंगे।