नई दिल्ली। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव एवं विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के अंतरराष्ट्रीय उपाध्यक्ष चम्पत राय और उनके भाइयों पर अनर्गल आरोप लगाते हुए फेसबुक और ट्विटर पर पोस्ट डालना वरिष्ठ पत्रकार विनीत नारायण को भारी पड़ गया।
चम्पत राय के छोटे भाई संजय कुमार बंसल द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर पर गिरफ्तारी से बचने के लिए इलाहाबाद हाई कोर्ट की शरण लेने वाले विनीत नारायण को शुक्रवार को कोर्ट में मुंह की खानी पड़ी। हाई कोर्ट ने विनीत नारायण को कड़ी फटकार लगाई।
हाई कोर्ट के कड़े रुख को देखते हुए विनीत ने कोर्ट रूम में ही अपना पोस्ट डिलीट कर दिया और लिखित में माफी मांगते हुए भविष्य में ऐसी गलती फिर से न करने का कोर्ट को आश्वासन दिया।
कोर्ट के कड़े रुख को देखते हुए विनीत नारायण ने फेसबुक और ट्विटर पर डाली गई दुर्भावनापूर्ण और छवि खराब करने वाली पोस्ट को डिलीट कर दिया। उन्होंने बताया कि मामले की सुनवाई के दौरान हाई कोर्ट ने विनीत नारायण को इस पर विचार के लिए 15 मिनट का समय दिया था, लेकिन विनीत नारायण ने सिर्फ 2 मिनट में ही अपने पोस्ट को डिलीट कर दिया।
संजय कुमार बंसल ने बताया कि विनीत नारायण के कृत्य के लिए हम उनके खिलाफ आपराधिक मानहानि का केस करना चाहते थे, लेकिन उनके द्वारा लिखित में माफी मांगते हुए अपनी गलती स्वीकार कर लेने के बाद हमने यह विचार छोड़ दिया है।
बता दें कि पिछले दिनों चम्पत राय और उनके भाइयों पर वरिष्ठ पत्रकार विनीत नारायण ने श्रीकृष्ण गौशाला की जमीन पर कब्जा करने का आरोप लगाते हुए फेसबुक और ट्विटर पर पोस्ट डाला था। इसके खिलाफ चम्पत राय के भाई संजय कुमार बंसल ने विगत 16 जून को नगीना थाने में एफआईआर (0234/2021) दर्ज करवाई थी। अपने ऊपर गिरफ्तारी की तलवार लटकता देखकर विनीत नारायण ने हाई कोर्ट की शरण ली थी।