नई दिल्ली। राज्यसभा में शुक्रवार को भी किसानों का मुद्दा छाया रहा। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर सदन में चर्चा हो रही है। कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर राज्यसभा में सरकार पर पक्ष रख रहे हैं। उन्होंने कृषि सुधार कानून और आंदोलन को लेकर सरकार का रुख सदन में बताया।
भाजपा ने विपक्ष के रुख को देखते हुए अपने राज्यसभा सांसदों को 8 फरवरी से 12 फरवरी तक सदन में मौजूद रहने के लिए व्हिप जारी किया है। गुरुवार को कृषि कानूनों को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस हुई थी।
कृषि मंत्री ने सदन में सरकार का पक्ष रखते हुए कहा कि सरकार का ग्रामीण विकास को बढ़ावा देने पर जोर है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार गांव, गरीब और किसान के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और आने वाले कल में भी रहेगी। हमने मनरेगा में पैसा बढ़ाया, उसे परिमार्जित किया। मनरेगा को बहुउपयोगी बनाया। कोविड काल में इसके लिए 61 हजार करोड़ रुपये दिए। गांवों में शहरों जैसा मुआवजा दिया गया। ग्राम पंचायतों को मजबूत किया।
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा करते हुए कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि किसान हमारे देश की सबसे बड़ी ताकत हैं। सरकार गांव, गरीब और किसानों के विकास लिए प्रतिबद्ध है। कोरोना से अर्थव्यवस्था प्रभावित हुई है। महामारी से निपटने के लिए कई बड़े फैसले लिए गए। लॉकडाउन ने देश को अनुशासन में रहना सिखाया।
कृषि मंत्री ने कहा कि हमने कांग्रेस के गड्ढे भरे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कोशिश ग्रामीण लोगों के जीवन स्तर में बदलाव लाने की रही है। प्रधानमंत्री आवास योजना को नया स्वरूप दिया गया, उज्ज्वला योजना से सबको रसोई गैस उपलब्ध कराई गई। सौभाग्य योजना से बिजली उपलब्ध कराई गई। सबको शौचालय दिया गया। हमारे लिए किसानों का हित सबसे ऊपर है।