किसानों ने रखी नई मांग, ट्रैक्टर रैली की टाइमिंग और रूट पर उठाया सवाल

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किसान आंदोलन
आंदोलन करते किसान

नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों को दिल्ली पुलिस ने गणतंत्र दिवस पर शर्तों के साथ ट्रैक्टर परेड निकालने की मंजूरी दे दी है. हालांकि मंजूरी मिलने के बाद अब किसानों ने ट्रैक्टर रैली की टाइमिंग और रूट पर सवाल उठाया है.

किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के नेता सुखविंदर सिंह सभरा ने कहा कि शर्तों के साथ ट्रैक्टर मार्च निकालने की बात हमें मंजूर नहीं है. उन्होंने कहा कि 12 बजे रैली निकालने का कोई तुक नहीं है. उन्होंने परेड के रूट को लेकर सवाल उठाया और कहा कि किसान ओल्ड रिंग रोड से जाना चाहते थे, लेकिन रैली के लिए दिया गया इलाका ज्यादातर हरियाणा का हिस्सा है.

किसान नेता हरिंदर सिंह लखोवाल ने कहा कि हमारा रूटमैप कुल 500 किलोमीटर का है. हमने रूटमैप बना लिया है और नेट पर डाल देंगे. सरकार इंतजाम करे, ताकि कुछ गड़बड़ न हो. हमने 3,000 वॉलंटियर की फोर्स बनाई है, ताकि कुछ गड़बड़ ना हो. उन्होंने कहा कि ट्रैक्टर रैली शांतिपूर्वक होगी.’

बता दें कि दिल्ली पुलिस ने कुछ शर्तों के साथ ट्रैक्टर रैली को मंजूरी दी है। किसान तीन रूटों पर रैली निकाल सकेंगे. पहला रूट दिल्ली के सिंघु बॉर्डर से निकलकर संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर, कंजावला, बवाना और चंडी बॉर्डर से गुजरते हुए केएमपी एक्सप्रेसवे पहुंचेगी. यह रूट 62-63 किलोमीटर का होगा.

दूसरी रैली टिकरी बॉर्डर से निकलकर नागलोई, नजफगढ़ और जाड़ौदा होते हुए वेस्टर्न पेरीफैरियल एक्सप्रेसवे तक जाएगी. तीसरा रूट गाजीपुर से निकलकर रैली अप्सरा बॉर्डर, हापुड़ रोड होते हुए केजीटी एक्सप्रेसवे तक जाएगी.

बता दें कि कृषि कानूनों को लेकर किसान संगठनों का प्रदर्शन पिछले 61 दिनों से जारी है. किसान लगातार नए कृषि कानूनों को रद्द करने मांग कर रहे हैं. हालांकि सरकार की तरफ से कानूनों को टालने का विकल्प दिया गया है, जिसे किसानों ने मानने से इंकार कर दिया है.