नई दिल्ली। राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर जवाब देते हुए पीएम मोदी ने किसान आंदोलन की भी चर्चा की। उन्होंने सभी लोगों को आंदोलन को छोड़कर बाचतीत का न्योता दिया। उन्होंने कहा कि हमने सभी दरवाजे खुले रखे हैं। हम सब मिल बैठकर बातर करने को तैयार हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि मैं आज सदन से सभी को निमंत्रण देता हूं। प्रधानमंत्री ने किसानों को आश्वत करते हुए कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) था, है और हमेशा रहेगा। उन्होंने कहा कि हमें भ्रम नहीं फैलाना चाहिए।
विपक्ष के नेताओं से भी पीएम मोदी ने सहयोग मांगा। उन्होंने कहा कि किसानों के लिए जो बेहतर होगा, किया जा सकता है। पीएम मोदी ने अपील करते हुए कहा कि आंदोलनकारियों को समझाते हुए हमें आगे बढ़ना होगा। पीएम मोदी ने विपक्ष से इस संबंध में बात करते हुए कहा कि गालियाँ मेरे खाते में जाने दीजिए, लेकिन सुधार होने दीजिये।
उन्होंने कहा कि बुजुर्ग आंदोलन में बैठे हैं, उन्हें घर जाना चाहिए। आंदोलन खत्म करें, चर्चा आगे चलती रहे। जिन 80 करोड़ लोगों को सस्ते में राशन दिया गया वो भी जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि किसानों की आय बढ़ाने के लिए मंडियों को मजबूत किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब लाल बहादुर शास्त्री जी को कृषि सुधारों के लिए कदम उठाने पड़े थे, तब उन्हें भी मुश्किलों को सामना करना पड़ा था लेकिन वो पीछे नहीं हटे थे। तब लेफ्ट वाले शास्त्री जी को अमेरिका का एजेंट बताते थे और कांग्रेस के खिलाफ बोलते थे। सदन में पीएम मोदी ने पूर्व पीएम देवगौड़ा की तारीफ की और पूर्व पीएम मनमोहन सिंह का बयान भी पढ़कर सुनाया।