केंद्र सरकार द्वारा पारित तीन कृषि कानूनों के विरोध में आज 27 सितंबर को किसानों द्वारा भारत बंद किया गया है। इस दौरान किसान अलग-अलग हाइवे पर चक्का जाम करेंगे और साथ ही रेलवे लाइनों को भी अवरुद्ध करेंगे।
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए गाजीपुर बॉर्डर पर वाहनों के आने-जाने पर रोक लगा दी है तो वहीं किसानों ने पंजाब-हरियाणा के बीच शंभु बॉर्डर को जाम कर दिया है। किसान सुबह छह बजे से शाम चार बजे तक चक्का जाम रखेंगे और विरोध प्रदर्शन करेंगे।
किसानों द्वारा जारी इस भारत बंद को कांग्रेस, लेफ्ट पार्टियां, आरजेडी, बीएसपी और एसपी सहित देश की लगभग हर विपक्षी पार्टी ने समर्थन देने की घोषणा की है।
राकेश टिकैत ने भारत बंद को लेकर कहा कि कुछ भी सील नहीं किया गया है। एंबुलेंस, डॉक्टरों सहित सभी आपातकाली सुविधाएं जारी रहेंगी। उन्होंने कहा कि हमने कुछ सील नहीं किया, हम बस संदेश देना चाहते हैं। किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली मेट्रो ने पंडित श्री राम शर्मा स्टेशन के एंट्री-एग्जिट को बंद कर दिया है।
किसानों के भारत बंद की तैयारी पूरी है। इस बीच केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने एक बार फिर से किसानों को बातचीत के लिए ऑफर दिया है। उन्होंने कहा कि मैं किसानों से आग्रह करता हूं कि वे आंदोलन छोड़कर वार्ता का रास्ता अपनाएं।
नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि सरकार किसानों की ओर से बताई गई आपत्ति पर विचार करने के लिए तैयार है। इससे पहले भी कई बार बात हो चुकी है। इसके बाद भी उन्हें लगता है कि कोई बात बची है तो सरकार उस पर जरूर बात करेगी।