नई दिल्ली। रेलवे ने रेल यात्रियों को झटका देते हुए रेल किराए में किसी भी प्रकार की रियायत को खारिज कर दिया है। रेलवे ने कहा कि कोविड-19 के कारण कुछ श्रेणियों के लिए बंद की गई टिकट किराये में रियायतों की सुविधा को फिलहाल बहाल करने का कोई प्रस्ताव नहीं है।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को राज्य सभा में एक लिखित प्रश्न के जवाब में कहा कि वैश्विक महामारी तथा कोविड नवाचार को देखते हुए दिव्यांगजन की चार, रोगियों और विद्यार्थियों की 11 श्रेणियों को छोड़कर सभी श्रेणियों के यात्रियों की रियायतें 20 मार्च 2020 से अगले आदेश तक वापस ले ली गई हैं। उन्होंने कहा कि फिलहाल, रियायतों को बहाल करने का कोई प्रस्ताव नहीं है।
बता दें कि भारतीय रेलवे वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगजनों, विद्यार्थियों, युद्ध विधवा, पदक विजेता, खिलाड़ी, किसान और केंद्र सरकार के मान्यता प्राप्त पत्रकारों सहित 51 विभिन्न श्रेणियों के यात्रियों को रेल किराये में 50 प्रतिशत तक की रियायत प्रदान करता है।
रेलवे की इस घोषणा से साफ हो गया है कि निकट भविष्य में रेल किरायों में यात्रियों को कोई राहत नहीं मिलने वाली है। बता दें कि कोविड को देखते हुए रेलवे ने कई गाड़ियों को कैंसिल कर दिया है, लेकिन जरूरी यात्राओं को ध्यान में रखते हुए स्पेशल ट्रेन और प्रीमियम स्पेशल ट्रेन चला रही है।