केंद्र सरकार देश कुछ राज्यों में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर चिंतित है। इस मामले पर खुद पीएम मोदी लगातार राज्य के मुख्यमंत्रियों से बात कर रहे हैं। शुक्रवार को प्रधानमंत्री ने तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल, ओडिशा और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्रियों के साथ वर्चुअल बैठक की।
बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि देश में आने वाले कुल मामलों में से 80 फीसद से अधिक मामले और मौतें केवल इन्हीं राज्यों में हुई हैं। इसके लिए तेजी से काम करना होगा। उन्होंने कहा कि 23 हजार करोड़ रुपये का फंड इमरजेंसी कोविड रेस्पांस के तहत रखा है। इसका उपयोग स्वास्थ्य सेवाओं में किया जाना चाहिए।
बैठक के दौरान प्रधानमंत्री ने राज्यों को सलाह दी कि ग्रामीण क्षेत्रों पर अधिक ध्यान देना होगा। बच्चों को हर हाल में इससे बचाना होगा। साथ ही अस्पतालों में बैड की स्थिति भी बढ़ानी होगी और स्वास्थ्य सेवाओं पर विशेष ध्यान देना होगा।
पीएम मोदी ने इस बैठक में कहा कि राज्यों को पारदर्शी तरीके से आंकड़ों को साझा करना चाहिए। पीएम मोदी ने इन राज्यों को सख्त हिदायत दी कि हर हाल में तीसरी लहर की आशंका को टालना होगा। विशेषज्ञ साफ कर चुके हैं कि यदि हालात नहीं सुधरे तो ये बेहद गंभीर हो सकते हैं।
बैठक के दौरान पीएम मोदी ने उन देशों का भी जिक्र किया जहां पर कोरोना से हालात गंभीर होते जा रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि कई राज्यों में अनलॉक के दौरान जो तस्वीरें सामने आई है वो चिंता को बढ़ाने वाली हैं। इसको रोकने की जरूरत है। लोगों को बताना होगा कि कोरोना हमारे बीच से अभी गया नहीं है।
बता दें कि देश में कोरोना के नए मामले 50 से 40 हजार आसपास ही आते रहते हैं। यह संख्या कम नहीं हो रही है, जो चिंता का विषय है। बीते 24 घंटों के दौरान देश में 39071 नए मामले सामने आए हैं और 544 मरीजों की मौत हुई है।