ऑक्सीजन आपूर्ति पर रेल मंत्रालय ने कहा, 20 दिन में 7900 टन ऑक्सीजन आपूर्ति, 12 राज्यों को मिला लाभ

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ऑक्सीजन एक्सप्रेस

नई दिल्ली। भारतीय रेलवे कोरोना की दूसरी लहर के बीच भी देशभर में ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए पूरी ताकत से काम कर रही है। 20 दिन पहले महाराष्ट्र में 126 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की पहली खेप पहुंचाकर ‘ऑक्सीजन अभियान’ की शुरुआत करने वाली रेलवे अब तक वह 12 राज्यों को 7900 मीट्रिक टन से अधिक चिकित्सा उपयोग के लिए ऑक्सीजन की आपूर्ति कर चुकी है।

रेलवे ने यह सब अपने कर्मचारियों की दृढ़ इच्छाशक्ति की बदौलत कर दिखाया है। रेलवे के इस अथक प्रयास की आज स्वयं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सार्वजानिक मंच से प्रशंसा की। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (पीएम-किसान) के तहत वित्तीय लाभ की 8वीं किस्त जारी करने के बाद अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कोरोना काल में ऑक्सीजन की कमी को दूर करने के लिए सरकार द्वारा किये जा रहे प्रयासों का उल्लेख करते हुए कहा कि सशस्त्र बल के साथ ही रेलवे भी ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन कर इस काम में जुटा है।

रेल मंत्रालय ने शुक्रवार को एक आधिकारिक बयान जारी कर कहा कि ऑक्सीजन एक्सप्रेस पिछले कुछ दिनों से प्रत्येक दिन लगभग 800 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की ढुलाई कर रही है। इस अभियान के अंतर्गत अब तक 130 ऑक्सीजन एक्सप्रेस अपनी यात्रा पूरी कर चुकी हैं। इन 130 ‘ऑक्सीजन एक्सप्रेस’ ट्रेनों में 500 टैंकरों की मदद से 12 राज्यों को 7900 मीट्रिक टन चिकित्सा ऑक्सीजन पहुंचाई जा चुकी है।

रेल मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि रेलवे देश के एक कोने से दूसरे छोर पर जाकर ऑक्सीजन पहुंचा रही है। भारतीय रेलवे पश्चिम में हापा और मुंद्रा से और पूर्व में राउरकेला, दुर्गापुर, टाटानगर, अंगुल जैसी जगहों से ऑक्सीजन लेकर उसे उत्तराखंड, कर्नाटक, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, हरियाणा, तेलंगाना, पंजाब, केरल, दिल्ली और उत्तर प्रदेश राज्यों को वितरित कर रही है।

भारतीय रेल, राज्यों की मांग पर यथासंभव मात्रा और कम से कम समय में तरल मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए प्रतिबद्ध है और इस पर लगातार काम कर रही है। इसके लिए उसने लंबी दूरी के ज्यादातर मामलों में इन महत्वपूर्ण मालगाड़ियों की औसत गति 55 किलोमीटर प्रतिघंटा से ऊपर कर दी है। इसके अलावा उच्च प्राथमिकता वाले ग्रीन कॉरिडोर बनाये गये हैं। विभिन्न क्षेत्रों की परिचालन टीमें चौबीसों घंटे काम कर रही हैं। विभिन्न वर्गों में चालक दल के परिवर्तनों के लिए तकनीकी ठहराव को एक मिनट तक घटा दिया गया है।

आंध्र प्रदेश और केरल के लिए पहली ऑक्सीजन एक्सप्रेस क्रमशः 40 टन और 118 टन ऑक्सीजन के साथ आगे बढ़ रही हैं। तमिलनाडु में पहली ऑक्सीजन एक्सप्रेस ने आज सुबह 80 मीट्रिक टन की डिलीवरी की और दूसरी ऑक्सीजन एक्सप्रेस रास्ते में है।

भारतीय रेल द्वारा शुरू किए ऑक्सीजन एक्सप्रेस अभियान के अंतर्गत अभी तक महाराष्ट्र में 462 मीट्रिक टन, उत्तर प्रदेश में लगभग 2210 मीट्रिक टन, मध्य प्रदेश में 408 मीट्रिक टन, हरियाणा में 1228 मीट्रिक टन, तेलंगाना में 308 मीट्रिक टन, राजस्थान में 72 मीट्रिक टन, कर्नाटक में 120 मीट्रिक टन, उत्तराखंड में 80 टन, तमिलनाड में 80 टन और दिल्ली में 2934 मीट्रिक टन से अधिक ऑक्सीजन की आपूर्ति जा चुकी है।