मन की बात LIVE: कोरोना की दूसरी लहर पर बोले पीएम- डॉक्टर और हेल्थ वर्कर्स लड़ रहे बड़ी लड़ाई

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भारत में कोरोना वायरस

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज ‘मन का बात’ कार्यक्रम के 76वें एपिसोड के जरिए देश को संबोधित कर रहे हैं। प्रधानमंत्री का यह कार्यक्रम ऐसे समय में हो रहा है, जब देश में कोरोना संकट के कारण गंभीर स्थिति पैदा हो गई है।

पीएम मोदी लाइव

मेरा राज्यों से भी आग्रह है, कि, वो भारत सरकार के इस मुफ़्त वैक्सीन अभियान का लाभ अपने राज्य के ज्यादा-से-ज्यादा लोगों तक पहुंचाएं। मुझे ये भी कहना है कि भारत सरकार की तरफ से मुफ़्त वैक्सीन का जो कार्यक्रम अभी चल रहा है, वो, आगे भी चलता रहेगा।

पीएम मोदी ने रायपुर के डॉक्टर बी.आर. अम्बेडकर मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में अपनी सेवाएँ दे रहीं सिस्टर भावना ध्रुव जी से, कोविड काल में उनके अनुभव के बारे में, बात की। उन्होंने बताया कि कैसे मरीज पहले टेस्ट करवाने तक से डरते थे।

पीएम मोदी ने बेंगलुरु की सिस्टर सुरेखा से बात की। सिस्टर सुरेखा ने लोगों से अपील की कि अगर कोरोना का कोई भी लक्षण दिखे तो तुरंत खुद को आइसोलेट करें। उन्होंने यह भी बताया कि वह खुद कोरोना टीका ले चुकी हैं और लोगों को भी लेना चाहिए।

यह सच है कि कोरोना से बहुत ज्यादा लोग संक्रमित हो रहे हैं लेकिन कोरोना से ठीक होने वाले भी उतने ही ज्यादा हैं। एंबुलेंस ड्राइवर प्रेम वर्मा ने अपना अनुभव पीएम मोदी के साथ साझा किया। प्रेम वर्मा कैट्स ऐंबुलेंस में ड्राइवर की सेवा देते हैं। उन्होंने लोगों से वैक्सीन लगवाने की अपील की।

कोरोना को मात देने वाली गुरुग्राम की प्रीति चतुर्वेदी जी ने अपना अनुभव बताया। उन्होंने बताया कि कैसे उन्हें थकान महसूस हुई और गला खराब हुआ लेकिन उन्होंने जांच से पहले ही खुद को आइसोलेट कर लिया। उन्होंने योग किया, गरारे किए, काढ़ा पीया। उन्होंने कहा कि योग से उन्हें बहुत अच्छा महसूस हुआ।

आज ‘मन की बात’ की पूरी चर्चा को हमने कोरोना महामारी पर ही रखा, क्योंकि, आज, हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है, इस बीमारी को हराना। आज भगवान महावीर जयंती भी है। इस अवसर पर मैं सभी देशवासियों को शुभकामनाएं देता हूं।

एक तरफ देश, दिन-रात अस्पतालों, वेंटिलेटरों और दवाइयों के लिए काम कर रहा है, तो दूसरी ओर, देशवासी भी, जी-जान से कोरोना की चुनौती का मुकाबला कर रहें हैं। ये जो भी प्रयास हो रहे हैं, समाज की बहुत बड़ी सेवा है। ये समाज की शक्ति बढ़ाते हैं।

कोरोना के खिलाफ इस समय बहुत बड़ी लड़ाई देश के डॉक्टर और हेल्थ वर्कर्स लड़ रहे हैं। पिछले एक साल में उन्हें इस बीमारी को लेकर हर तरह के अनुभव भी हुए हैं: पीएम मोदी

इस समय, हमें इस लड़ाई को जीतने के लिए, एक्सपर्ट्स और वैज्ञानिक सलाह को प्राथमिकता देनी है। राज्य सरकार के प्रयत्नों को आगे बढ़ाने में भारत सरकार पूरी शक्ति से जुटी हुई है। राज्य सरकारें भी अपना दायित्व निभाने की पूरी कोशिश कर रही हैं।

बीते दिनों इस संकट से निपटने के लिए, मेरी अलग-अलग सेक्टर के एक्सपर्ट्स के साथ, विशेषज्ञों के साथ लम्बी चर्चा हुई है। हमारी फार्मा इंडस्ट्री के लोग हों, वैक्सीन निर्माता हों, ऑक्सीजन के उत्पादन से जुड़े लोग हों या फिर मेडिकल फील्ड के जानकार, उन्होंने, अपने महत्वपूर्ण सुझाव सरकार को दिए हैं।

कोरोना की पहली वेव का सफलतापूर्वक मुकाबला करने के बाद देश हौंसले से भरा हुआ था, आत्मविश्वास से भरा हुआ था, लेकिन इस तूफ़ान ने देश को झकझोर दिया है।