जब अमेरिका के पास पर्याप्त संसाधन मौजूद तो फिर भारत की मदद से इंकार क्यों? – डेमोक्रेटिक पार्टी सीनेटर एड मार्के

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कोरोना वैक्सीन कच्चा माल

डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के समय भारत और अमेरिका के संबंधों में बेहतरी आई थी। लेकिन भारत में कोरोना संकट से समय अमेरिका ने मदद से अपने हाथ पीछे खींच लिए हैं। अमेरिका की तरफ से इस मामले में कहा गया कि हम भारत की जरूरतों के समझते हैं लेकिन हमारे हाथ बंधे हुए हैं।

अब अमेरिका में बाइडेन सरकार को उसी के नेताओं ने आड़े हाथों लिया है। इन नेताओं का कहना है कि भारत में कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर उसे वैक्सीन निर्माण (Vaccine Production) के लिए कच्चा माल तुरंत उपलब्ध कराया जाना चाहिए।

उन्होंने राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) से इस संबंध में जल्द से जल्द फैसला लेने की मांग भी की है। अमेरिका के मैसाचुसेट्स (Massachusetts) से डेमोक्रेटिक पार्टी (Democratic Party) के सीनेटर एड मार्के (Ed Markey) ने बाइडेन प्रशासन से भारत की तुरंत मदद करने का अनुरोध किया है।

एड मार्के ने अपने ट्वीट में लिखा है कि भारत में कोरोना संक्रमण के दैनिक मामलों में रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी हो रही है। पृथ्वी दिवस हमारे ग्रह ही नहीं इस पर रहने वाले सभी लोगों के स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ है। एड मार्के ने एक तरह से अपनी सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि अमेरिका के पास पर्याप्त से ज्यादा मात्रा में वैक्सीन है, लेकिन फिर भी हम भारत जैसे देशों को समर्थन करने से इनकार कर रहे हैं।

क्या कहा था अमेरिका ने?

बता दें कि भारत में 1 मई से 18 साल से ऊपर के सभी लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाई जाएगी। इसके लिए वैक्सीन उत्पादन में बड़े पैमाने पर कच्चे माल की आवश्यकता होगी। कच्चे माल की आपूर्ती पर फिलहाल अमेरिका ने रोक लगा दी है।

कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) के लिए जरूरी कच्चे माल की आपूर्ति पर लगी रोक हटाने के सवाल पर अमेरिका (America) ने कहा था कि यूएस भारत (India) की जरूरतों को समझता है, लेकिन फिलहाल हमारे हाथ बंधे हुए हैं। कोविड-19 रिस्पांस टीम के वरिष्ठ सलाहकार नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इंफेक्शस डिसीज के डायरेक्टर डॉ एंथनी फौसी (Dr. Fauci) ने कहा था कि फिलहाल हमारे पास भारत के लिए कुछ नहीं है।