नई दिल्ली। संयुक्त अरब अमीरात ने भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम के निर्णय का स्वागत किया है। यूएई के विदेश मंत्रालय ने इस संबंध में बयान जारी किया है।
यूएई ने बयान में कश्मीर में दो मित्र देशों के बीच एक स्थायी युद्धविराम के पालन के महत्व पर बल दिया। मंत्रालय की ओर से बयान जारी कर भारत और पाकिस्तान के बाच विवादित सीमा की ओर संकेत किया गया है।
इसके अलावा बयान में यह भी कहा गया है कि भारत और पाकिस्तान के साथ संयुक्त अरब अमीरात के ऐतिहासिक संबंध हैं और इस लक्ष्य तक पहुंचने की वह सराहना करते हैं। साथ ही यह सुरक्षा, समृद्धि और स्थिरता की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है।
इस संघर्ष विराम से दोनों देशों के बीच स्थायी युद्धविराम के पालन के महत्व पर जोर दिया गया। साथ ही कहा गया है कि इससे दोनों पक्षों को लाभ होगा। इसके साथ-साथ दोनों देशों के राजनयिक साधनों से बातचीत के जरिए विश्वास का निर्माण होता है। इससे शांति के साथ-साथ लोगों की आकांक्षाओं की पूर्ती होगी।
गुरुवार को भारत और पाकिस्तान की ओर से संयुक्त बयान जारी कर सीमा पर संघर्ष विराम करने की घोषणा की गई थी। अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र (यूएन) ने भी इस निर्णय का स्वागत किया है।
संघर्ष विराम का समझौता दोनों देशों के डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन के बीच हुआ था। इसके अलावा दोनों तरफ से एलओसी के सभी क्षेत्रों में स्वतंत्र, सौहार्दपूर्ण और स्पष्ट वातावरण और सभी क्षेत्रों पर वर्तमान स्थिति की समीक्षा की गई।