नई दिल्ली। भारत को रूस से मिसाइल प्रतिरोधी एस400 प्रणाली की आपूर्ति इस वर्ष के अंत में शुरू हो जाएगी। रूस की आयुध निर्माता कंपनी के अनुसार एस400 सौदे पर निर्धारित समय के अनुरूप काम हो रहा है तथा इस वर्ष की अंतिम तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) में पहली खेप भारत को सौंप दी जाएगी।
इस मिसाइल प्रतिरोधक प्रणाली को संचालित करने के लिए भारत के तकनीकि सुरक्षा दल को रूस में आवश्यक प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि अमेरिका ने एस400 सौदे को लेकर भारत के खिलाफ प्रतिबंधों की चेतावनी दी है। इसके बावजूद भारत इस सौदे को अंजाम पर पहुंचाने के लिए दृढ़संकल्प है। मास्को में भारत के राजदूत डी बालावेंकटेश वर्मा ने भी कहा है कि एस400 सौदे के लिए तय प्रक्रिया के तहत ही भारत को मिलने जा रही है।
भारतीय राजदूत ने रूस निर्मित कोविड वैक्सीन स्पूतनिक वी की आपूर्ति के संबंध में बताया कि अबतक दो लाख से अधिक वैक्सीन की शीशियां भारत को भेजी जा चुकी हैं। मई महीने के अंत तक भारत को तीस लाख खुराक भारत भेजी जाएंगी। जून महीने में इसकी मात्रा बढ़ाकर 50 लाख शीशियों तक कर दिया जाएगा।
वेंकटेश ने बताया कि भारत में स्पूतनिक वैक्सीन का निर्माण अगस्त महीने से शुरू हो जाएगा। भारत में स्पूतनिक का उत्पादन तीन चरणों में होगा। पहले चरण में पूरी तरह रूस में निर्मित वैक्सीन की आपूर्ति होगी। दूसरे चरण में वैक्सीन सामग्री भारत भेजी जाएगी, जिन्हें भारत में शीशियों में भरा जाएगा।
तीसरे चरण में रूस भारत को वैक्सीन निर्माण की प्रौद्योगिकी देगा, जिससे भारत में ही पूरी तरह वैक्सीन का उत्पादन संभव होगा। तीन चरणों में कुल मिलाकर 85 करोड़ वैक्सीन शीशियां उपलब्ध होंगी। विश्व स्तर पर स्पूतनिक वैक्सीन के उत्पादन का 65 से 70 प्रतिशत हिस्सा भारत में तैयार होगा।