उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हिंसा पर जबरदस्त राजनीति हो रही है। कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दल इस मामले में केंद्र और राज्य सरकार की घेराबंदी में जुट गए हैं। इस बीच पीड़ित परिवारों से मिलने के लिए लखनऊ जा रहे राहुल गांधी को यूपी सरकार ने लखीमपुर खीरी जाने की इजाजत दे दी है।
राज्य सरकार ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी के अलावा तीन और लोगों को लखीमपुर खीरी जाने की अनुमति दी है। इससे पहले लखीमपुर खीरी जाने कोशिश कर रही प्रियंका गांधी को सीतापुर में हिरासत में रखा गया है।
बताया जा रहा है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी लखीमपुर खीरी हिंसा में जान गंवाने वाले किसानों के परिवारों से मिलने के लिए हवाई मार्ग से उत्तर प्रदेश के लखनऊ के लिए रवाना हुए।
छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि धारा 144 में 5 से अधिक लोग इकट्ठे नहीं हो सकते। उससे कम लोग जा सकते हैं। कल भी मुझे गलत तरीके से रोका गया था। हमलोग पीड़ित परिवार तक पहुंचने का प्रयास करेंगे। आखिर ऐसी क्या बात है जिसे राज्य सरकार छुपाना चाहती है?
लखीमपुर खीरी ना जाने देने पर कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा सरकार बाकी राजनीतिक दलों को जाने दे रही है। तृणमूल कांग्रेस के 5 सांसद वहां गए, भीम आर्मी के हमारे मित्र दर्जनों लोगों के साथ वहां गए तो कांग्रेस के नेता क्यों नहीं जा सकते? हमारा क्या अपराध है?
विपक्षी दलों द्वारा लखीमपुर खीरी जाने पर उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि लखीमपुर आपको जाना है तो कुछ दिन बाद चले जाइएगा। आप दुखद परिवारों से मिलें इसमें कोई आपत्ती नहीं है, लेकिन माहौल बिगाड़ने के लिए ईजाजत नहीं दी जाएगी।