मंगलवार को पीएम मोदी ने देश के पूर्वोत्तर राज्यों में कोरोना की स्थिति पर चर्चा की। चर्चा में असम, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम, मेघालय, सिक्किम, त्रिपुरा और नगालैंड के मुख्यमंत्री शामिल हुए। पीएम मोदी ने इस दौरान संभावित तीसरी लहर पर चिंता जताई।
पीएम मोदी ने कहा कि हिल स्टेशन, मार्केट में बिना मास्क और प्रोटोकॉल के बिना भारी भीड़ का उमड़ना ठीक नहीं है। यह हमारे लिए चिंता का विषय है।
उन्होंने कहा, ‘कुछ लोग सीना तानकर बोलते हैं कि तीसरी लहर आने से पहले एन्जॉय करना चाहते हैं। लोगों को समझना होगा कि तीसरी लहर अपने आप नहीं आएगी। सवाल होना चाहिए कि इसे कैसे रोकना है? प्रोटोकॉल का कैसे पालन करना है? कोरोना अपने आप नहीं आता, कोई जाकर ले आए, तो आता है। हम सावधानी बरतेंगे, तो ही इसे रोक पाएंगे।
चर्चा के दौरान पीएम मोदी की अहम बातें
1. हमें वायरस के हर वैरिएंट पर नजर रखनी होगी। संक्रमण को रोकने के लिए हमें माइक्रो-लेवल पर और सख्त कदम उठाने होंगे। ये बहरुपिया है। बार-बार रंग-रूप बदलता है। म्यूटेशन के बाद यह कितना परेशान करने वाला होगा। प्रिवेंशन और ट्रीटमेंट बहुत जरूरी है।
2. माइक्रो-कंटेनमेंट जोन पर जितना जोर लगाएंगे, हम इस परिस्थिति से जल्द बाहर आएंगे। पिछले डेढ़ साल में जो अनुभव मिले हैं, उनका इस्तेमाल करना होगा।
3. अधिक भीड़ वाले जो कार्यक्रम रुक सकते हैं, उन्हें रोकना चाहिए। केंद्र के सबको मुफ्त वैक्सीन मुहैया करा रहा है। तीसरी लहर के लिए वैक्सीनेशन को तेज करना होगा।
4. हमें टेस्टिंग और ट्रीटमेंट के इन्फ्रास्ट्रक्चर में सुधार करते हुए आगे चलना है। कैबिनेट ने 23 हजार करोड़ रुपए का नया पैकेज दिया है। नॉर्थ ईस्ट के हर राज्य को इस पैकेज से अपने हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने में मदद मिलेगी।
5. देशभर में ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे हैं। नॉर्थ ईस्ट के लिए 150 प्लांट स्वीकृत हुए हैं। ये जल्द पूरे हों और बाधा न आए। स्किल्ड मैनपावर को भी तैयार कर लीजिए।
6. ट्रेंड मैनपावर की जरूरत है। ICU बेड, ऑक्सीजन बेड, नए अस्पतालों के लिए ट्रेंड मैनपावर जरूरी है। इससे जुड़ी हर मदद केंद्र सरकार देगी। नॉर्थ ईस्ट के हर जिलों में टेस्टिंग क्षमता को बढ़ाना होगा।