नई दिल्ली। कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले करीब दो महीने से जारी किसान आंदोलन कमजोर होता दिख रहा है। गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड में हुई हिंसा के बाद दो किसान संगठनों ने अपने आंदोलन को वापस ले लिया है। हालांकि राकेश टिकैत ने कहा है कि हमारा आंदोलन जारी रहेगा।
बुधवार को दिल्ली में हिंसा को देखते हुए भारतीय किसान यूनियन ने अपना आंदोलन वापस ले लिया। वहीं लोक शक्ति दल ने अपना विरोध-प्रदर्शन जारी रखने की बात कही है।
इसी बीच दिल्ली पुलिस ने एनएच-24 को पूरी तरह से खोल दिया है। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने कहा कि एनएच-24 खोल दिया गया है, जिससे दिल्ली से गाजियाबाद जाने वाला रूट बहाल हो गया है।
दूसरी तरफ किसानों ने आरोप लगाया है कि आधी रात को गाजीपुर बॉर्डर पर प्रशासन ने उनकी बिजली काट दी। किसानों का कहना है कि उन्हें रातभर डर लगता रहा कि पुलिस कार्रवाई कर सकती है। हालांकि वहां पर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौजूद थे।
चिल्ला बॉर्डर पर भारतीय किसान यूनियन द्वारा आंदोलन वापस लिए जाने के बाद टेंट धीरे-धीरे हटने लगे हैं। चिल्ला बॉर्डर कृषि कानूनों के खिलाफ हो रहे धरने की वजह से 57 दिनों से बंद था। अब यह रास्ता भी खुल गया है।