लखनऊ। उत्तर प्रदेश में ट्रिपल टी मॉडल यानी ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट का असर दिखने लगा है। ट्रिपल टी फार्मूले के दम पर योगी सरकार कोरोना के खिलाफ करीब सौ फीसदी रिकवरी दर हासिल करने के करीब पहुंच चुकी है। प्रदेश में कोरोना की रफ्तार अब थम सी गई है।
उत्तर प्रदेश में आज 3.32 लाख टेस्ट्स के साथ अब तक 5 करोड़ से ज्यादा टेस्ट किये हैं। यह लक्ष्य हासिल करने वाला देश का पहला राज्य उत्तर प्रदेश बना है। दूसरे नंबर का राज्य मात्र 3.5 करोड़ टेस्ट कर पाया है।
सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि कहा जा रहा था उत्तर प्रदेश में 30 लाख पॉजिटिव केस आएंगे, अब सभी शंकाएं निर्मूल साबित हुईं हैं। प्रदेश में अब 30 हजार से भी कम सक्रिय केस हैं। इसके साथ ही रिकवरी रेट 97.1 फीसदी तक पहुंच चुका है। उन्होंने कहा कि योगी जी के ट्रिपल टी (3T) मॉडल से प्रदेश में लगातार कोरोना पॉजिटिव की संख्या कम हुई है।
गौरतलब है कि करीब एक महीने की सख्ती के बाद उप्र के 61 जिलों के बाजार गुलजार हो गए हैं। कुछ पाबंदियों के साथ सुबह सात से शाम सात बजे के बीच दुकानें खोलने की अनुमति दी गई हैं।
अपर मुख्य सचिव ‘सूचना’ नवनीत सहगल ने बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के सिर्फ 1500 केस आए हैं। कुल सक्रिय केसों की संख्या 28 हजार रह गई है। अधिकतम स्तर पर 93 फीसदी सक्रिय मामले कम हुए हैं। 30 अप्रैल को सबसे ज्यादा 38000 केस आये थे, लेकिन मुख्यमंत्री की अग्रेसिव टेस्टिंग, माइक्रो कन्टेनमेंट जोन सिस्टम, गांवों में निगरानी समितियों के द्वारा किये गए माइक्रो मैनेजमेंट एवं ट्रीटमेंट से कोरोना नियंत्रित हुआ और पिछले 24 घंटे की पॉजिटिविटी दर 0.2 प्रतिशत के आसपास रही है।