एमपी में मानव तस्करी का भंडाफोड़, 12 साल के बच्चे की मां को 2.80 लाख में तो युवती को 70 हजार में बेचा

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जबलपुर। मध्यप्रदेश के जबलपुर शहर में एक बड़ा मानव तस्करी गिरोह को पता चला है। जबलपुर शहर के छोटी लाइन फाटक स्थित बासू होटल का मैनेजर कोटा के एक मानव तस्कर से मिलकर शहर की गरीब महिलाओं को राजस्थान में बेचने का धंधा कर रहा था। आरोपी गरीब और मजदूरी करने वाली महिलाओं को अधिक वेतन दिलाने का झांसा देकर राजस्थान ले जाते थे और वहां उनका सौदा कर देते थे।

पुलिस को अभी तक किये गए जांच में पता चला है कि आरोपी तीन महिलाओं को कोटा बेचने के लिए ले गया था। दो को उसने बेच दिया लेकिन एक युवती जो विवाहित थी, उसके सांवले रंग ने बिकने से बचा लिया। पीड़ित महिलाओं में एक ने मदनमहल में रेप व मानव तस्करी सहित विभिन्न धाराओं केस दर्ज कराया है।

जानकारी के मुताबिक, मऊगंज रीवा निवासी 31 वर्षीय महिला शहर में छोटी लाइन स्थित बासू होटल में रोटी बनाने का काम करती थी। महिला की शादी 15 साल पहले हुई थी, लेकिन अब वह पति से अलग रह रही थी।

महिला का एक 12 साल का बेटा है। अभी वह नानी के घर मऊगंज रीवा में है। होटल में उसे मजदूरी के तौर पर 200 रुपए मिलते थे। पीड़िता के मुताबिक बासू होटल का मैनेजर अनिल बर्मन और उसकी पत्नी ज्योति ने मिलकर महिला और युवती को राजस्थान में बेच दिया था।

पीड़िता के मुताबिक, नवंबर 2020 में अनिल बर्मन ने पीड़िता से कहा कि कब तक 200 रुपए में काम करती रहोगी, चलो कोटा वहां अच्छा पैसा मिलेगा। 20 जनवरी 2021 को ज्योति ने उससे कहा कि वह अपने बेटे को अपनी मां के पास भिजवा दे, जब कोटा में तुम्हारा काम सेट हो जाएगा तो बुला लेना।

महिला ने रिश्तेदार अमर कुशवाहा के साथ बेटे को मऊगंज रीवा भिजवा दिया। 25 जनवरी को अनिल की पत्नी ज्योति ने उसे जबलपुर के तीन पत्ती चौराहे पर बुलाया और अपने घर ले गई। 26 को ज्योति उसे कोटा ले गई।

कोटा से सभी पीड़िता को बूंदी निवासी सुरेश सिंह ठाकुर के घर ले गए। वहां बलशाखा राजस्थान निवासी जमुना शंकर उसे देखने के लिए सुरेश ठाकुर के घर आया। पीड़िता को देखकर जमुना शंकर बोला कि मुझे सौदा पसंद है। जमुना शंकर ने 2.80 लाख रुपए में खरीद लिया।

पीड़िता के मुताबिक वह गिड़गिड़ाती रही कि उसे गलत काम में मत डालो। आरोपियों ने धमकी दी कि जैसा जमुना शंकर बोल रहे हैं करो। जान से मार देंगे, किसी को पता भी नहीं चलेगा। उसके 12 साल के बेटे को भी मारने की धमकी दी।

पीड़िता ने बताया कि वह उसके साथ 40 दिनों तक रही। वहां पर उससे दिन में काम कराया जाता था और हर रात उसके साथ रेप होता था। जमुना शंकर दिन में घर का ताला लगाकर बाहर जाता था। वह घर उसके लिए एक खुली जेल की तरह थी।

वहीं दूसरी महिला (जिसे सांवले रंग की वजह से नहीं खरीदा गया) ने खुलासा किया कि आरोपियों ने ज्योति नाम की युवती को भी 70 हजार में सुरेश सिंह ठाकुर के माध्यम से राजस्थान में किसी को बेचा है। ग्वारीघाट पुलिस ने मामले में अनिल, उसकी पत्नी ज्योति व संतोषी मराठा को हिरासत में लिया है।

शालिनी के बयान पर ग्वारीघाट पुलिस ने अनिल बर्मन (28), उसकी पत्नी ज्योति बर्मन, परसवाड़ा संजीवनी नगर निवासी संतोषी बैरागी और बूंदी कोटा राजस्थान निवासी सुरेश सिंह ठाकुर व अन्य के खिलाफ 370, 370 क, (2) 511, 34 का प्रकरण दर्ज किया है।