केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को 18 साल से कम उम्र के बच्चों में ब्लैक फंगस को लेकर दिशा-निर्देश जारी की है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, म्यूकरमाइकोसिस गंभीर फंगस संक्रमण है जो स्टेरॉयड के गलत या अधिक मात्रा में इस्तेमाल, कैंसर, अंग या स्टेम सेल के प्रत्यारोपण, डायबीटिज को उपयुक्त तरीके से नियंत्रित न करने या फिर लंबे समय तक आइसीयू में इलाज की वजह से होता है।
मंत्रालय ने कहा कि ब्लैक फंगस मरीज को यदि एंफोटेरिसिन बी देने में कोई समस्या है तो उन्हें पोसाकोनाजोल दिया जाना चाहिए। साथ मंत्रालय ने 11 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए इस दवा की खुराक के बारे में भी बताया है।
#COVID19 is affecting your teen's mental health . Show them your love and care, help them to manage their feelings and encourage them to connect with others to benefit their mental health. #Unite2FightCorona @PMOIndia @drharshvardhan @AshwiniKChoubey @PIB_India @mygovindia pic.twitter.com/K6Bmtv3kUL
— Ministry of Health (@MoHFW_INDIA) June 9, 2021
बता दें कि हाल के दिनों में देश में ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी देखी गई है। कोरोना से ठीक हो चुके मरीजों में यह बीमारी तेजी से फैल रही है। ब्लैक फंगल के कारण मरीज़ों की आंखों की रोशनी खत्म होने के बाद संक्रमण और न बढ़े इसके लिए आंखें निकालनी पड़ जाती है। डायबिटीज से पीड़ित लोगों में ब्लैक फंगस का संक्रमण ज्यादा देखा जा रहा है।