नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस की दूसरी लहर (Coronavirus Second Wave) का कहर जारी है। लगातार चौथे दिन कोरोना के 4 लाख से अधिक नए मरीज सामने आए हैं। वहीं लगातार दूसरे दिन 4000 से ज्यादा कोरोना मरीजों की मौत हुई है।
वर्ल्डोमीटर के मुताबिक बीते 24 घंटे में कोरोना के 4 लाख से ज्यादा नए केस सामने आए हैं और 4,133 मरीजों की मौत कोरोना की वजह से हुई है। देश में कोरोना के 39 लाख के करीब एक्टिव केस (Active Cases) हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry of India) ने अपनी राष्ट्रीय नीति में बदलाव किया है। नई नीति के मुताबिक, अब कोविड हेल्थ फैसिलिटी में बिना पॉजिटिव रिपोर्ट के भी मरीज को भर्ती किया जा सकेगा। नई नीति के मुताबिक किसी भी मरीज को ऑक्सीजन और दवा देने से मना नहीं किया जाना चाहिए, भले ही वो अलग शहर का ही क्यों ना हो।
IMA ने देशव्यापी लॉकडाउन की मांग
कोरोना कहर के बीच इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने एक बार फिर से देश में संपूर्ण लॉकडाउन की मांग की है। आईएमए ने कहा कि देश में कोरोना के भयावह हालातों से निपटने में स्वास्थ्य मंत्रालय सुस्त है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने शनिवार को कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को ‘जग जाना’ चाहिए और कोविड-19 महामारी से पैदा हो रही चुनौतियों से निपटने के लिए कदम उठाना चाहिए।
आईएमए का कहना है कि कोरोना की जानलेवा दूसरी लहर से निपटने के लिए एसोसिएशन ने स्वास्थ्य मंत्रालय को देशभर में पूर्ण लॉकडाउन का सुझाव दिया था। आईएमए ने अपने पत्र में लिखा है कि वह पिछले 20 दिन से केंद्र सरकार से योजनाबद्ध तरीके से देशभर में पूर्णलॉकडाउन लगाने की मांग कर रही है। साथ ही आईएमए ने सरकार से अनुरोध किया कि चिकित्सकों को सुविधा और समय दिया जाए, ताकि वह इस महामारी से ठीक तरीके से निपट सकें।