पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से गेहूं अधिप्राप्ति की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ष गेहूं का अच्छा उत्पादन हुआ है, अधिक से अधिक किसानों को गेहूं अधिप्राप्ति के लिए प्रेरित करें।
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि इस बात का भी ख्याल रखें कि गेहूं बेचने में किसानों को किसी प्रकार की कोई दिक्कत न हो। गेहूं अधिप्राप्ति के कार्य में कृषि विभाग का भी सहयोग लें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि क्रियाशील पैक्स और व्यापार मंडल की संख्या और बढ़ाएं। गोदाम की उपलब्धता, कस्टम मिल्ड राइस (सीएमआर) एवं अधिप्राप्त गेहूं की आपूर्ति की गति तेज करें।
उन्होंने कहा कि राज्य खाद्य निगम के गोदामों में आपूर्ति की सुविधा समय से करें। राज्य सरकार द्वारा बिहार के सभी राशन कार्ड धारियों को मई का राशन मुफ्त उपलब्ध कराया जा रहा है। इसको लेकर यह सुनिश्चित करें कि सभी को इसका लाभ मिले।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गेहूं अधिप्राप्ति की समय सीमा 15 जून 2021 तक करें ताकि अधिक से अधिक किसान अपना गेहूं बेच सकें और उनको इसका लाभ मिले।
इससे पहले सहकारिता विभाग की सचिव वंदना प्रेयसी ने गेहूं अधिप्राप्ति के संबध में एक प्रस्तुतिकरण दिया। प्रस्तुतिकरण में उन्होंने जिलावार गेहूं अधिप्राप्ति की अद्यतन स्थिति, मई माह में अधिप्राप्ति की साप्ताहिक स्थिति, गेहूं बेचने वाले किसानों की संख्या, भुगतान की स्थिति आदि की जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि प्रोक्योरमेंट पोर्टेबिलिटी सिस्टम लागू कर दिया गया है, जिसका लाभ अभी छह जिलों के किसान ले रहे हैं। किसान सलाहकार के माध्यम से गेहूं बेचने वाले किसानों का सर्वेक्षण करवाया जा रहा है।
बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार उपस्थित थे, जबकि वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, उप मुख्यमंत्री श्रीमती रेणु देवी, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्रीमती लेसी सिंह और सहकारिता मंत्री सुभाष सिंह जुड़े हुए थे।