सीडीएस जनरल बिपिन रावत का बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलीकॉप्टर हादसे में निधन हो गया। उनके गृह राज्य उत्तराखंड में जनरल बिपिन रावत के निधन पर तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के अतिरिक्त मुख्य सचिव अभिनव कुमार ने बताया कि आज तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलीकॉप्टर में सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और सशस्त्र बल के अन्य अधिकारियों का निधन होने पर उत्तराखंड में तीन दिवसीय राजकीय शोक घोषित किया गया है।
दुर्घटना में सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत व अन्य अधिकारियों की आकस्मिक मृत्यु पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भावुक संदेश जारी किया। उन्होंने कहा कि एक सैनिक पुत्र होने के नाते वह समझ सकते हैं कि जनरल रावत और अन्य अफसरों के परिवारों के सदस्यों पर क्या बीत रही होगी।
मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्माओं की शांति तथा शोक संतप्त परिजनों को इस दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है। उन्होंने कहा है कि यह हमारे लिए बहुत बड़ा दुख है। एक सैनिक पुत्र होने के नाते वे हमेशा मेरा मार्गदर्शन करते थे। मुझे, मेरे पिताजी की रेजीमेंट में उनके साथ जाना था पर नियति को कुछ और मंजूर था। देश की सुरक्षा के लिए जनरल रावत ने महान योगदान दिया।
उन्होंने कहा कि सीडीएस जनरल बिपिन रावत की परवरिश उत्तराखंड के छोटे से गांव में हुई। वह अपनी विलक्षण प्रतिभा, परिश्रम तथा अदम्य साहस एवं शौर्य के बल पर सेना के सर्वोच्च पद पर आसीन हुए तथा देश की सुरक्षा व्यवस्थाओं एवं भारतीय सेना को नई दिशा दी। उनके आकस्मिक निधन से उत्तराखंड को भी बड़ी क्षति हुई है। हम सबको अपने इस महान सपूत पर सदैव गर्व रहेगा।
राज्यपाल ने जताया शोक
राज्यपाल ले.ज. गुरमीत सिंह (सेनि) ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और उनकी धर्मपत्नी मधुलिका रावत के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। राज्यपाल ने दिवंगत आत्माओं की शांति और परिजनों को धैर्य प्रदान करने की प्रार्थना की है। अपने शोक संदेश में राज्यपाल ने कहा कि देश के प्रथम रक्षा प्रमुख, उत्तराखंड के वीर सपूत जनरल बिपिन रावत देश का गौरव थे।