अफगानिस्तान संकट: काबुल एयरपोर्ट पर मरने वालों की संख्या हुई 10, पूरा एयरपोर्ट परिसर अमेरिकी कंट्रोल में

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काबुल एयरपोर्ट

अफगानिस्तान में तालिबान के काबिज होते ही काबुल में अफरातफरी मची गई है। शहर में तालिबानी लड़ाके तैनात हैं। शहर में हर कोई देश छोड़ने के लिए बेचैन है, जिसकी वजह से काबुल हवाई अड्डे पर भारी भीड़ उमड़ने और भगदड़ मचने के कारण दस लोगों की मौत हो चुकी है, जिसके बाद अमेरिकी सेना ने हवाई अड्डे को कब्जे में ले लिया है। फिलहाल यहां छह हजार सुरक्षाकर्मी को तैनात हैं।

एक तरफ तालिबान ने जल्द ही नई सरकार के गठन की घोषणा की है लेकिन माहौल हर पल बिगड़ता जा रहा है।
अमेरिका अपने दूतावास के कर्मचारियों के साथ अन्य लोगों को भी अफगानिस्तान से निकालने की कोशिशों में लगा है। फिलहाल यहां से व्यावसायिक उड़ानों को रोक दिया गया है। अमेरिका ने कहा कि वह तुर्की समेत अन्य देशों के साथ काबुल एयरपोर्ट को खाली करने की कोशिशों में जुटा है, ताकि नियमित उड़ानें शुरू की जा सकें।

अमेरिका के एक अधिकारी ने कहा कि हवाई अड्डे पर मची अफरा-तफरी में 10 लोगों की मौत हुई है। इनमें तीन वो लोग भी शामिल हैं, जो विमान से गिर गए थे।

अमेरिका ने दुनिया के अन्य देशों से कहा है कि वे अफगान सीमा में आने वाले वायुमार्ग से परहेज करें। अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन और जापान समेत दुनिया के 60 देशों ने एक बयान जारी कर कहा है कि जो लोग अफगान सीमा से बाहर जाना चाहते हैं, उन्हें बिना कोई मुश्किल पैदा किए जाने दिया जाए।

एक तरफ तालिबान ने अफगानिस्तान में युद्ध समाप्ति की घोषणा की है, लेकिन आम जनता में भय है। वे देश छोड़ने के लिए बेचैन हैं। हालांकि तालिबान के राजनीतिक कार्यालय के प्रवक्ता मुहम्मद नईम ने कहा है कि अफगानिस्तान के लोगों और मुजाहिदीन के लिए आज का दिन अहम है। 20 साल के प्रयास और बलिदान का आज नतीजा उनके सामने है। अल्लाह का शुक्रिया, देश में युद्ध खत्म हो गया है।

नईम ने आगे कहा है कि नई सरकार की घोषणा जल्द की जाएगी। तालिबानी प्रवक्ता नईम ने जोर देते हुए कहा कि तालिबान दुनिया में अलग-थलग नहीं रहना चाहता है। वह दुनिया में शांतिपूर्ण संबंधों के साथ आगे बढ़ना चाहता है।