चुनाव बाद हिंसा को लेकर एक बार पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने ममता सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि राज्य में चुनाव परिणाम आने के बाद हिंसा और लोगों का पलायन चिन्ताजनक है। हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री की चुप्पी अच्छा संकेत नहीं है।
दिल्ली से लौटने के बाद राज्यपाल धनखड़ उत्तर बंगाल दौरे पहुंचे। बागडोगरा एयरपोर्ट पर उतरते ही मीडिया से राज्यपाल ने कहा कि पश्चिम बंगाल में 2 मई को चुनाव परिणाम आने के बाद जिस तरह की हिंसा जारी है, उससे मैं चिंतित हूं।
उन्होंने कहा कि इस मामले में आखिरकार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खामोश क्यों हैं? दो मई के बाद से राज्य में जो हो रहा है, वह चिंतनीय है। उन्होंने कहा कि मैं नंदीग्राम गया और जान बचाने के लिए घर छोड़कर भागे लोगों से बात की। इस तरह की घटनाएं हमारे सिस्टम पर सवाल खड़े करती हैं। मुझे आश्चर्य है कि सात सप्ताह बीत जाने के बाद भी इतनी भयानक स्थिति की अनदेखी की जा रही है।
राज्यपाल ने कहा कि आजादी के बाद ऐसी हिंसा, इतनी क्रूरता, इतनी बर्बरता, इतनी दहशत उन्होंने कभी नहीं देखी। गणतंत्र में सबसे महत्वपूर्ण चीज है विकास, लोक कल्याण, ताकि लोगों के मन में कोई दहशत न रहे। लेकिन अब इतनी दहशत है कि लोग घबराकर घर छोड़कर भाग रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मैं राज्य सरकार से पूछ रहा हूं कि सात हफ्ते बाद भी कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई। मुख्यमंत्री चुप क्यों हैं? कोई मुआवजा नहीं दिया गया। सरकार कैसे आंखें मूंद सकती है? कोई गिरफ्तारी नहीं, कोई खोज नहीं। यह एक अच्छा संकेत नहीं है।