लखनऊ। देश के कई राज्यों में बजट सत्र शुरू हो गया है। बिहार, यूपी, एमपी और छत्तीसगढ़ में बजट पेश किया जा रहा है। यूपी में वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने राज्य के लिए 5.50 लाख करोड़ का बजट पेश किया है। पिछली बार से यूपी का बजट 38 हजार करोड़ ज्यादा है।
उत्तर प्रदेश के वित्तमंत्री सुरेश खन्ना ने बजट की शुरुआत एक पंक्ति के साथ की। उन्होंने बजट शुरू करते हुए एक पंक्ति कहा, ‘यकीन हो तो कोई रास्ता निकलता है, हवा की ओट भी लेकर चिराग जलता है’। इस बार 2021-22 का बजट 5.50 लाख करोड़ का है। पिछली बार यह 5.12 लाख का था।
उत्तर प्रदेश के अधोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर तक सड़क पहुंचाने के लिए योगी सरकार ने 300 करोड़ रुपए का बजट रखा है। इसके अलावा अयोध्या में पर्यटन सुविधाओं के विकास के लिए 100 करोड़ रुपए अलग से दिए जाएंगे।
राज्य का ही दूसरा नगर वाराणसी में पर्यटन सुविधायों को बढ़ाने और विकसित करने के लिए 100 करोड़ रुपए खर्च करने का लक्ष्य रखा गया है। योगी सरकार इसके अलावा किसानो पर मेहरबान दिखी। किसानों की आमदनी 2022 तक दोगुना करने के लिए 2021-22 से आत्मनिर्भर कृषक समन्वित विकास योजना चलाएगी।
आत्मनिर्भर कृषक समन्वित विकास योजना के लिए योगी सरकार ने 100 करोड़ रुपए का बजट रखा है। इसके अलावा मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना कल्याण योजना के तहत 600 करोड़ का बजट रखा गया है। किसानों को मुफ्त पानी की सुविधा के लिए अलग-अलग से 700 करोड़ का बजट प्रस्तावित है।
रियायती दरों पर किसानों को फसली कर्ज देने के लिए 400 करोड़ के अनुदान की व्यवस्था है। प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा और उत्थान महाभियान के तहत 2021-22 में 15 हजार सोलर पंप लगाने का टारगेट है।