नई दिल्ली। उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर फटने से हुई तबाही के बाद अब बचाव कार्य जारी है। प्रभावित इलाकों में सेना आइटीबीबी, एसएसबी और एसडीआरएफ की टीमें बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। सुबह से सभी टीमें मिलकर टनल से मलबा हटा रहे हैं।
चमोली पुलिस के अनुसार, टनल में फंसे लोगों के लिए राहत एवं बचाव कार्य जारी। जेसीबी की मदद से टनल के अंदर पहुंच कर रास्ता खोलने का प्रयास किया जा रहा है। अब तक कुल 15 व्यक्तियों को रेस्क्यू किया गया है एवं 14 शव अलग-अलग स्थानों से बरामद किये गये हैं।
बताया जा रहा है कि अभी भी टनल में 30 लोग फंसे हुए हैं। भारतीय वायुसेना के सी-130 एयरक्राफ्ट को भी बचाव कार्य में लगाया गया है। भारतीय वायुसेना के अनुसार, देहरादून से जोशीमठ के लिए एमआई -17 और एएलएच हेलीकॉप्टरों ने उड़ान भरी। साथ ही हवाई बचाव और राहत मिशन फिर से शुरू हो गए हैं।
आइटीबीपी के प्रवक्ता विवेक पांडे ने बताया कि हमने दूसरी सुरंग में खोज अभियान तेज कर दिया है। हमें जानकारी है कि लगभग 30 लोग वहां फंसे हुए हैं। सुरंग को साफ करने के लिए लगभग 300 आइटीबीपी के जवान तैनात हैं। स्थानीय प्रशासन का कहना है कि लगभग 170 लोग लापता हैं।
इससे पहले आपदा प्रभावित इलाकों में टनल से मलबा हटाने का काम रात्रिभर चला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड सीएम रावत को फोन का मामले की जानकारी ली और हरसंभव मदद को वादा किया।