तालिबान आज अफगानिस्तान में नई सरकार का ऐलान करने वाला है। इससे पहले वहां महिलाओं का विरोध-प्रदर्शन हिंसक हो गया है। काबुल में महिलाओं के अधिकारों की आवाज उठा रहीं एक्टिविस्ट को तालिबानियों ने आंसू गैस छोड़कर रोकने की कोशिश की है। दो दिन से प्रदर्शन कर रहीं इन महिलाओं का कहना है कि नई सरकार में उनकी भागीदारी होनी चाहिए और अहम भूमिका मिलनी चाहिए।
दूसरी तरफ अफगानिस्तान की पंजशीर घाटी में तालिबान और रेजिस्टेंस फोर्स के बीच भीषण जंग जारी है। इस बीच दोनों ने पंजशीर को जीतने का दावा किया है। तालिबान का कहना है कि अब पंजशीर पर भी उसका नियंत्रण हो गया है। पंजशीर पर जीत की खुशी में तालिबान ने शुक्रवार को काबुल में हवाई फायरिंग की थी।
इस फायरिंग में 17 लोगों की मौत हो गई थी और 41 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। टोलो न्यूज के मुताबिक, फायरिंग के वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
तालिबान को पालने वाले पाकिस्तान पर रखनी होगी नजर- भारत
अफगानिस्तान मुद्दे पर भारत सरकार ने स्पष्ट रुख अपनाते हुए कहा है कि अफगानिस्तान के हालात पर अमेरिका और भारत नजर बनाए हुए हैं। साथ ही कहा कि अफगानिस्तान के पड़ोसी पाकिस्तान ने तालिबान का समर्थन किया और वह तालिबान को पालता रहा है। ऐसी कई बातें हैं जिनमें पाकिस्तान ने तालिबान की मदद की है, इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए पाकिस्तान की भूमिका पर नजर रखनी होगी।
भारत के विदेश सचिव हर्ष वर्धन श्रृंगला ने कहा कि जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों की अफगानिस्तान में बेरोकटोक आवाजाही और उनकी भूमिका चिंताजनक है। हम सतर्कता से इस पर नजर रखेंगे।