भारत की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु ने टोक्यो ओलंपिक में इतिहास रचते हुए कांस्य पदक जीत लिया है। उन्होंने रविवार को खेले गए कांस्य पदक मुकाबले में चीनी खिलाड़ी ही बिंगजिआओ को 21-13, 21-15 से हराया।
सिंधु का ओलंपिक में ये दूसरा मेडल है। इससे पहले उन्होंने रियो ओलंपिक में रजत पदक जीता था। इस शानदार उपलब्धि के साथ सिंधु ओलंपिक में दो पदक जीतने वाली भारत की दूसरी खिलाड़ी और पहली महिला खिलाड़ी बन गई हैं। इससे पहले पहलवान सुशील कुमार ने बीजिंग ओलंपिक में कांस्य और लंदन ओलंपिक में रजत पदक जीता था।
सिंधु ने इससे पहले ब्राजील के शहर रियो में हुए ओलंपिक खेलों में सिल्वर मेडल हासिल किया था, लेकिन वह गोल्ड लाने से महज एक कदम दूर रह गईं थीं। तब उन्हें फाइनल में स्पेन की कैरोलिना मारिन के खिलाफ हार झेलनी पड़ी थी।
सिंधु के अलावा टोक्यो में अब तक वेटलिफ्टर मीराबाई चानू और महिला बॉक्सर लवलीना बोरगोहेन ने ही पदक पर मुहर लगाई है। मीराबाई ने महिलाओं की वेटलिफ्टिंग स्पर्धा के 49 किलोग्राम भार वर्ग में सिल्वर मेडल जीता था। इसके लिए उन्होंने 202 किलो का कुल भार उठाया, जबकि लवलीना ने महिलाओं की 69 किग्रा वर्ग के क्वार्टर फाइनल में चीनी ताइपे की निएन चिन चेन को हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया और इस ओलंपिक में देश के लिए दूसरा पदक पक्का किया था।