अफगानिस्तान से नाटो और अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बीच तालिबान लगातार अफगानिस्तान के शहरों पर कब्जा करता जा रहा है। तालिबान ने अब सबसे बड़ा दावा किया है कि कंधार पर उनका कब्जा हो गया है। बता दें कि तालिबान के दावे के मुताबिक, अब वह काबुल से मात्र 150 किमी दूर है।
कंधार अफगानिस्तान का दूसरा सबसे बड़ा शहर है। समाचार एजेंसियों की रिपोर्ट्स के मुताबिक, तालिबान ने शुक्रवार को दावा किया कि उसने एक और प्रांतीय राजधानी कंधार पर कब्जा कर लिया है। अब सिर्फ राजधानी काबुल उससे बचा हुआ है। काबुल के बाद कंधार ही अफगानिस्तान का दूसरा सबसे बड़ा शहर है।
अधिकारियों ने कहा कि कंधार पर गुरुवार रात तालिबानियों का कब्जा हो गया और सरकारी अधिकारी और उनका दल हवाई मार्ग से किसी तरह शहर से भागने में सफल रहे। कंधार पर कब्जे के बाद तालिबान की पकड़ अब अफगानिस्तान पर धीरे-धीरे मजबूत होती जा रही है।
कंधार पर कब्जा करने से पहले गुरुवार को तालिबान ने दो और प्रांतीय राजधानी गजनी और हेरात पर कब्जा कर लिया था। इस तरह से आतंकवादी संगठन अब तक 12 प्रांतीय राजधानियों पर कब्जा कर चुका है। गजनी में उग्रवादियों ने श्वेत झंडे फहराए।
करीब चार लाख लोग विस्थापित हुए : यूएन
अफगानिस्तान में बिगड़ते सुरक्षा हालात के बीच इस साल की शुरुआत से करीब चार लाख लोग विस्थापित हुए हैं। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुतारेस के प्रवक्ता के मुताबिक, इस साल की शुरुआत से करीब 3,90,000 लोग देश में संघर्ष के कारण विस्थापित हुए हैं, विस्थापित लोगों की संख्या मई में एकाएक बढ़ी है।