काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद से ही लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं। अफगानिस्तान में आम लोग लगातार पाकिस्तान का विरोध कर रहे हैं। काबुल की सड़कों पर पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे भी लगाए गए। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लोग पाकिस्तान मुर्दाबाद, आजादी और सपोर्ट पंजशीर के नारे लगा रहे थे।
रिपोर्ट के मुताबिक, लोग अफगानिस्तान में पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं। ये लोग विरोध-प्रदर्शन करते हुए काबुल स्थित पाकिस्तान दूतावास पहुंचे जहां पर विरोध बढ़ता देख तालिबान ने महिलाओं की भीड़ को तितर-बितर करने के लिए गोलियाँ चला दी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हज़ारों महिला और पुरुष सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं। इन लोगों का कहना है कि अफगानिस्तान को एक स्वतंत्र सरकार चाहिए न कि कोई पाकिस्तानी कठपुतली सरकार। पाकिस्तान, अफगानिस्तान छोड़ो के नारे भी लग रहे हैं।
बता दें कि पाकिस्तान पर तालिबान को सपोर्ट करने के आरोप लगातार लगते रहे हैं। कई मीडिया रिपोर्ट्स में इस बात का सबूत भी पेश किया गया। बीते दिनों पंजशीर पर कब्जा करने के उद्देश्य से युद्ध लड़ रहे तालिबानों को पाकिस्तान पायलट द्वारा मदद की खबरें भी आई हैं।
अफगानिस्तान और अमेरिका के साथ सालों से जारी युद्ध में पाकिस्तान एकमात्र ऐसा देश रहा है जो तालिबान का समर्थक है। तालिबान ने लगातार पाकिस्तान को अपना दूसरा घर बताया है। ऐसे में पाकिस्तान, तालिबान सरकार को मान्यता देने वाला पहला देश हो सकता है।