नई दिल्ली। भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने बुधवार को कहा कि 19 जुलाई से मॉनसून सत्र शुरू होने के बाद किसान संसद में अपना विरोध प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि संसद की ओर 200 लोग बस से जाएंगे। इसका किराया हम देंगे।
उन्होंने कहा कि जब संसद की कार्यवाही चल रही होगी तब हम संसद के बाहर बैठेंगे। यह शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन होगा। हम अपनी बैठक में इस बारे में रणनीति बनाएंगे।
संयुक्त किसान मोर्चा ने गैर-एनडीए सांसदों का आह्वान करते हुए कहा कि 17 जुलाई को उनके कार्यालयों या सरकारी आवासों के लिए पत्र जारी किए जाएंगे ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे सदन के अंदर किसानों के मुद्दे को उठाएं।
एसकेएम ने कहा, ‘यदि विपक्षी दल किसानों को समर्थन देने को लेकर गंभीर हैं तो उन्हें केंद्र सरकार के खिलाफ बोलना चाहिए। उन्हें उसी भावना के साथ इस मुद्दे को उठाना चाहिए जिसके जरिए पिछले सात महीने से किसान सीमाओं और सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं।’
बता दें कि किसानों का विरोध प्रदर्शन पिछले सात महीनों से अधिक समय से दिल्ली की तीन सीमाओं पर चल रहा है। इस बीच किसान अपना विरोध प्रदर्शन को उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड ले जाना चाहते हैं। बता दें कि इन राज्यों में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।