यरुशलम। इजरायल और फलस्तीन के बीच संघर्ष लगातार जारी है। जहां इजरायल के हवाई हमले जारी हैं वहीं फलस्तीन की तरफ से हमास भी इजरायल पर दर्जनों राकेट छोड़ रहा है। इजरायल लगातार हमास के ठिकानों को निशाना बना रहा है। इजरायली हवाई हमले में इस्लामिक यूनिवर्सिटी से संबद्ध लाइब्रेरी और शैक्षिक केंद्र की छह मंजिली इमारत ध्वस्त हो गई। इजरायली पुलिस के अनुसार, गाजा पट्टी की ओर से दक्षिणी इजरायल में हुए राकेट हमले में दो थाई कर्मचारियों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए।
इजरायली सेना ने बताया कि लेबनान से भी छह गोले दागे गए। इनमें से कोई भी सीमा पार नहीं कर सका। इसके जवाब में लेबनान में उन स्थानों पर जवाबी कार्रवाई की गई, जहां से गोले दागे गए थे। जबकि लेबनानी सूत्र ने बताया कि इजरायली तोपखाने से लेबनान में 22 गोले दागे गए।
इधर, संघर्ष रोकने की मांग को लेकर इजरायल, यरुशलम और कब्जे वाले वेस्ट बैंक में रहने वाले फलस्तीन के नागरिक मंगलवार को हड़ताल पर रहे। हालांकि इजरायल ने इनकी मांगों को खारिज कर दिया और कहा कि पूरे क्षेत्र में हमास हिंसा को बढ़ावा दे रहा है।
212 फलस्तीनियों की मौत व पलायन
गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, अबतक के हवाई हमलों में 61 बच्चों और 36 महिलाओं समेत 212 फलस्तीनियों की मौत हुई है। जबकि इजरायल में एक बच्चे और एक सैनिक समेत दस की जान गई है। संयुक्त राष्ट्र के मानवीय मामलों की एजेंसी ने बताया कि इजरायली हवाई हमले के चलते 52 हजार से अधिक फलस्तीनियों ने पलायन किया है। हमले से गाजा पट्टी में छह अस्पतालों और नौ प्राइमरी हेल्थकेयर सेंटर समेत करीब 450 इमारतें ध्वस्त या क्षतिग्रस्त हो गई हैं।
इजरायल को मिला बाइडन का समर्थन
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से बात की और रॉकेट हमलों के खिलाफ इस देश के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन किया। व्हाइट हाउस ने कहा, ‘राष्ट्रपति ने संघर्ष विराम के प्रयास का समर्थन किया है। इस मुद्दे पर मिस्र और दूसरे साझेदार देशों के साथ चर्चा की है। इजरायल को निर्दोष नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव प्रयास करने को कहा है।’
दोनों के बीच रॉकेट युद्ध जारी
गाजा में इजरायल की सेना और हमास के बीच रॉकेट युद्ध जारी है। इजरायल ने अमेरिका की ‘निंजा मिसाइल’ की तर्ज पर अपना खुद का हथियार तैयार किया है। दरअसल, सफेद रंग की सिटराओन एक्सरा पर इजरायली सेना ने निशाना लगाया और इसके खिड़की-दरवाजे उड़ गए लेकिन इसके अलावा गाड़ी को कोई नुकसान नहीं हुआ। इसी तरह का हाल निंजा मिसाइल से निशाना लगाने पर होता है।
एर्दोगन ने कहा, बाइडन के हाथ खून से सने हैं
दोनों देशों के बीच जारी संघर्ष के बची तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोग़ान ने इज़रायल का साथ देने और हिंसा पर कहा कि बाइडन के हाथ खून से सने हैं। एर्दोगन ने मौजूदा संघर्ष को लेकर अमेरिका और ऑस्ट्रिया की सीधे तौर पर कड़ी आलोचना की है।