इजरायल: बेंजामिन नेतन्याहू नहीं बचा पाए कुर्सी, नफ्ताली बेनेट बने नए प्रधानमंत्री

0
14
नाफ्ताली बेनेट

यरुशलम। इजराइल में लंबे समय से बेंजामिन नेतन्याहू के उत्तराधिकारी के नाम पर चल रही कयासबाजी का दौर आखिरकार रविवार को खत्म हो गया। संयुक्त गठबंधन के नेता नाफ्ताली बेनेट ने ‘नेसेट’ (संसद) में विश्वासमत हासिल कर प्रधानमंत्री का पद ग्रहण कर लिया।

देश में सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री रहे नेतन्याहू जाते-जाते फिर वापसी का ऐलान कर गए। संसद में अपने भाषण में नेतन्याहू ने नई सरकार को खतरनाक करार देते हुए कहा कि वह पूरी क्षमता से विपक्ष की भूमिका निभाएंगे।

नेतन्याहू ने कहा कि वह लिकुड पार्टी का नेतृत्व करेंगे और गठबंधन सरकार को सत्ता से हटाए बिना चैन से नहीं बैठेंगे। इजराइल की सुरक्षा उनके जीवन का सबसे बड़ा उद्देश्य है। ट्विटर पर देशवासियों के लिए नेतन्याहू ने प्यार और आभार जताया।

इससे पहले रविवार को ही अपराह्न गठबंधन सरकार के विश्वास मत के लिए ‘नेसेट’ का विशेष सत्र आहूत किया गया। इजराइल की संवैधानिक व्यवस्था के अनुसार प्रधानमंत्री पद के लिए दावा करने वाले नेता को पहले विश्वास मत हासिल करना होता है। इसके बाद ही वह प्रधानमंत्री पद की शपथ लेता है।

करीब चार घंटे के विशेष सत्र की शुरुआत में बेनेट ने नेतन्याहू को प्रधानमंत्री के रूप में किए गए कार्यों के लिए धन्यवाद दिया। बेनेट के पहले ही भाषण से लग गया कि वह फिलीस्तीन के मामले में पूर्व सरकार की तरह आक्रामक नहीं रहेंगे। अरब पार्टी की सरकार में भागीदारी के चलते उन्हें देश के 21 प्रतिशत अरब आबादी के हितों का भी ध्यान रखना होगा। इसलिए नई सरकार का फोकस घरेलू मसले और शासन व्यवस्था को बेहतर बनाने की ओर होगा।

बेनेट ने साफ कर दिया है कि वह प्रशासनिक व्यवस्था में कोई बड़ा बदलाव करने नहीं जा रहे। मतलब यह है कि शासन नेतन्याहू के दक्षिणपंथी नजरिये से ही चलेगा। बेनेट ने कहा, वह अमेरिका के 2015 में ईरान के साथ हुए परमाणु समझौते में वापस लौटने का पुरजोर विरोध करेंगे लेकिन अन्य मामलों में राष्ट्रपति जो बाइडन का समर्थन करेंगे।

इस बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी बेनेट को बधाई दी और कहा है कि वह उनके साथ काम करने को उत्सुक हैं। बाइडन ने कहा, ‘‘अमेरिका के लोगों की ओर से मैं प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट और विदेश मंत्री याइर लापिड तथा नए मंत्रिमंडल के सभी सदस्यों को बधाई देता हूं। दोनों देशों के संबंधों को और प्रगाढ़ करने पर हम काम करेंगे।’’