पहली बार चीन ने माना गलवान में हुई थी खूनी संघर्ष, बताया अपने मारे गए सैनिकों के नाम

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चीन के सैनिक

नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच सीमा विवाद का मसला अब सुलझता दिख रहा है। चीन ने पहली बार माना है कि गलवान घाटी में उनके सैनिक भी मारे गए थे। चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने पहली बार अपने मारे गए सैनिकों की संख्या का ऐलान किया है।

चीनी सेना ने दावा किया है कि गलवान घाटी के खूनी संघर्ष में उसके 4 सैनिक मारे गए थे। हालांकि यह संख्या दुनियाभर के कई एजेंसियों के आंकड़े से काफी कम है। पिछले साल हुए गलवान संघर्ष में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे।

चीन द्वारा जारी यह संख्या बहुत ही कम है। भारत ने भी उस समय दावा किया था कि चीन के कम से कम 40 से अधिक सैनिक मारे गए थे। इतना ही नहीं, हाल ही में रूसी समाचार एजेंसी TASS ने भी दावा किया था कि गलवान घाटी झड़प में चीन के कम से कम 45 सैनिक मारे गए थे।

इससे पहले भी दुनियाभर में कई ऐसे रिपोर्ट सामने आए हैं जिसमें गलवान संघर्ष में चीन के 40 से अधिक सैनिकों के मरने की पुष्टि की गई थी। मगर चीन ने अबतक आधिकारिक तौर पर सिर्फ 4 सैनिकों के ही मरने की बात कबूली है।

चीन ने मरने वाले सैनिकों का नाम भी बताया है। चीन के केंद्रीय सैन्य आयोग ने काराकोरम पर्वत पर तैनात रहे पांच चीनी सैनिकों के बलिदान को याद किया है और सम्मानित भी किया है। मारे गए चीनी सैनिकों का नामा भी ड्रैगन ने साझा किया है, जो हैं- पीएलए शिनजियांग मिलिट्री कमांड के रेजीमेंटल कमांडर क्यूई फबाओ, चेन होंगुन, जियानगॉन्ग, जिओ सियुआन और वांग ज़ुओरन।