नई दिल्ली। देशभर के 8 करोड़ से ज्यादा व्यापारियों और परिवहन व श्रमिक संघों ने पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों, गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जीएसटी) में सुधार और ई-बिल को लेकर शुक्रवार को भारत बंद बुलाया है। इस बीच दिल्ली की सीमाओं पर नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा ने किसानों से भारत बंद में शांतिपूर्ण तरीके से भाग लेने की अपील की है।
संयुक्त किसान मोर्चा के इस फैसले का समर्थन करते हुए ट्रांसपोर्टर्स संगठनों (Transporters Association) ने सुबह 6 बजे से लेकर शाम 8 बजे तक चक्का जाम करने का ऐलान किया है।
भारत बंद क्यों?
व्यापारियों और अन्य संघों का भारत बंद (Bharat Bandh) वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के प्रावधानों में समीक्षा की मांग को लेकर किया जा रहा है। इसके अलावा ई-वे बिल (E-way Bill) को खत्म करने को लेकर ऑल इंडिया ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन (एआईटीडब्ल्यूए) ने भी भारत बंद का समर्थन किया है।
किन सेवाओं पर पड़ेगा असर
1. लघु उद्योग, हॉकर्स, महिला उद्यमी और व्यापार से जुड़े क्षेत्रों पर असर
2. चार्टर्ड अकाउंटेंट्स और टैक्स एडवोकेट्स भी हड़ताल में शामिल हुए हैं।
3. होलसेल एवं रिटेल बाजार पूरी तरह से बंद रहेंगे।
क्या-क्या रहेगा खुला
- लोगों को परेशानी न हो इसके लिए आवश्यक सेवाएं जारी रहेंगी। मेडिकल स्टोर, दूध, सब्जी की दुकानें खुली रहेंगी।
- रिहायशी कॉलोनियों में लोगों की जरूरतों को पूरा करने वाली दुकानें भी खुली रहेंगी।
- परिवहन व्यवस्था पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा। सिर्फ व्यापारिक गतिविधियाँ बंद रहेंगी।