मुजफ्फरनगर में किसानों की महापंचायत हुई। ये महापंचायत जिले के जीआईसी ग्राउंड पर हुई। ऐसा दावा किया गया है कि इस महापंचायत में 300 से ज्यादा किसान संगठन शामिल हुए। संयुक्त किसान मोर्चा ने दावा किया है कि ये किसानों की अब तक की सबसे बड़ी महपंचायत है।
महापंचायत में पहुंचे किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि जब तक मांगें नहीं मानी जाएंगी तब तक नहीं हटेंगे। किसानों की महापंचायत में उमड़ी भीड़ के बाद बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने कहा कि मुजफ्फरनगर में आज प्रदर्शन के लिए लाखों किसान जुटे हैं। वो हमारा अपना ही खून हैं। हमें उनके साथ फिर से सम्मानजनक तरीके से जुड़ने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि उनका दर्द समझें, उनका नजरिया देखें और जमीन तक पहुंचने के लिए उनके साथ काम करें। बता दें कि मुजफ्फरनगर की सड़कों पर सैकड़ों-हजारों की तादाद में किसान जुटे। बताया जा रहा है कि जीआईसी मैदान में लाखों की संख्या में किसान मौजूद थे।
किसान महापंचायत को लेकर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने कहा कि देश किसानों के साथ है। किसानों की हुंकार के सामने सत्ता का अहंकार नहीं चलता। खेती-किसानी बचाने और अपनी मेहनत का हक मांगने की लड़ाई में देश आपके साथ है।
महापंचायत में किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि पिछले 9 महीने से आंदोलन हो रहा है लेकिन सरकार ने बात बंद कर दी। सैंकड़ों किसानों के लिए एक मिनट का मौन नहीं किया। उन्होंने कहा, देश में बड़ी मीटिंग करनी होगी। सिर्फ मिशन UP नहीं देश बचाना होगा।
राकेश टिकैत ने कहा कि देश में सेल फॉर इंडिया का बोर्ड लगा है और इसे खरीदने वाले अंबानी-अडाणी हैं। FCI के गोदाम भी कंपनी को दे दिए। बंदरगाह भी बिक गए, मछली पालन और नमक के किसान पर असर होगा। ये पानी भी बेचेंगे। भारत बिकाऊ है, ये भारत सरकार की पॉलिसी है। अंबेडकर का संविधान भी खतरे में है।
टिकैत ने कहा कि ये लड़ाई तीन काले कानूनों से शुरू हुई। 28 जनवरी को आंदोलन का कत्ल होता। हजारों की फोर्स थी, हम सैकड़ों थे, लेकिन डटे रहे। टिकैत ने कहा कि जब तक हमारी मांगें नहीं मानी जातीं, तब तक हम वहां से हटेंगे नहीं।
वहीं मुजफ्फनगर से बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने कहा कि अगर किसान नेता राजनीति में आना चाहते हैं तो उनका स्वागत है। उन्होंने एक न्यूज एजेंसी से बातचीत में कहा कि अगर वो राजनीति में आना चाहते हैं तो हम उनका स्वागत करेंगे।